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परंपरागत खेती के जरिये पर्यावरणीय संरक्षण
घुमंतू कृषि या 'झूम खेती' को आदिम और पर्यावरण के लिए घातक माना जाता है।
औद्योगिक विकास से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
साथियों बात अगर हम इस विधेयक की करें तो, फिल्म जगत ने सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक 2023 को मंत्रिमंडल की मंजूरी का किया और कहा कि इस कदम से फिल्मों की पायरेसी रोकने में मदद मिलेगी।
पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने वाला राज्य बना छग
विश्व के सबसे बड़े प्रजातंत्र भारत में प्रेस स्वतंत्रता की स्थिति का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत में पत्रकार व प्रेस आज किस दौर से गुजर रहा है। प्रेस स्वतंत्रता के 18 देशों की सुची में भारत150 वे स्थान पर है । इसे आयें दिनों भारत में प्रेस स्वतंत्रता की पर प्रशन उठना स्वाभाविक है। इसका सबसे बडा प्रमाण आये दिनों पत्रकारों पर झुठा मुकदमा व कातिलाना हमला की खबरें आती है। प्रजातंत्र के सच्चे प्रहरी व प्राण कहे जाने वाला पत्रकार अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपनी प्राण की आहुति तक देना पड़ता है। जिसके विरोध में कई स्वयंसेवी संगठन अन्तराष्ट्रीय संगठन व पत्रकार युनियनों की ओर से केन्द्र व राज्य सरकार से पत्रकार सुरक्षा पर कानुन बनाने की माँग लगातार उठती रहती है।
यूपी निकाय चुनाव में राजनीतिक पार्टियां सक्रिय
बसपा ने ऐसा दांव चला है जिसने बीजेपी और खास तौर पर सपा के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है।
महत्वपूर्ण बिंदुओं पर डब्लयूएमओ सक्रिय
किशन भावनानी रिपोर्ट के अनुसार जहां 2022 में कई जलवायु रिकॉर्ड बने बिगड़े थे।
मन को मन से जोड़ती आवाज 'मन की बात'
हितानंद शर्मा संवाद कौशल में निपुणता अर्थात कब क्या कैसे किस बात को सीधे व्यक्ति के मन से जोड़कर रखा जाये, ऐसी असाधारण प्रतिभा के धनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी जब भी कोई विषय रखते हैं तो वह सीधे जन मानस के साथ संवाद- संबंध जुड़ जाता है।
मध्यप्रदेश डाक परिमंडल के अंतर्गत ग्रामीण डाक सेवकों की कार्यशाला का आयोजन
भारतीय डाक विभाग विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है जिसके अंतर्गत लगभग 1.59 लाख डाकघर कार्य कर रहे हैं उक्त डाकघरों में से लगभग 15 हजार से ज्यादा डाकघर शहरी क्षेत्र एवं 1.43 लाख डाकघर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हैं।
दीपक जोशी, शिवराज के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते हैं!
यह बड़ी अजीब बात है कि, पूर्व सीएम स्वo कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी ने कांग्रेस में प्रवेश के साथ ही घोषणा कर दी कि वे, अगला विधानसभा चुनाव सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुधनी से लड़ना चाहते हैं। यह अच्छी बात है, किंतु ऐसी क्या बात है कि वे शिवराज के खिलाफ ही चुनाव लड़ना चाहते हैं? इस बात को ऐसे समझने की कोशिश करते हैं कि, किया ऐसा तो नहीं कि, बीजेपी में अंदर ही अंदर सीएम शिवराज के खिलाफ, ज़बरदस्त बवाल मचा है।
जनगणमन के महाकवि थे गुरु रविंद्र नाथ टैगोर
महाकवि रवींद्रनाथ टैगोर को जनगण का कवि कहे तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। गुरुदेव टैगोर दुनिया के एकमात्र ऐसे कवि हैं जिनके लिखे दो गीत दो देशों के राष्ट्रगान बने हैं।
वैश्विक मंदी के बावजूद तरक्की कर रहा है देश
वैश्विक स्तरपर पिछले करीब दो वर्षों से हम देख रहे हैं कि दुनिया की टेक कंपनियों जिसमें विकसित देशों की दिग्गज कंपनियों के द्वारा छंटनी की घोषणा या संभावनाओं को बल दिया जा रहा है।
आधारभूत सुविधाओं की सुदृढ़ता से सुखद होगा जन जीवन
उत्तर प्रदेश राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान 23 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र का योगदान 27 प्रतिशत एवं सेवा क्षेत्र का योगदान 50 प्रतिशत है।
प्रचार के उत्कर्ष के बीच मन की बात का शतक
देश की जनता तक प्रधानमंत्री की अपनी बात पहुँचाने का इकतरफा संवाद कार्यक्रम मन की बात का सौवां एपिसोड गत 30 अप्रैल (रविवार ) को अभूतपूर्व प्रचार के बीच पूरे उत्सव के रूप में प्रसारित किया गया।
नेहरू जी के प्रशंसक थे अटल बिहारी वाजपेयी
आज तक यह विवाद मिटा नहीं कि भारत में विपक्ष के कई नेता कांग्रेस पार्टी से नूरा कुश्ती लड़ते रहते थे।
लोकतंत्र की सर्वोच्च नीति निर्धारण करने वाली संस्था "संसद के मनमंदिर" के उद्घाटन में भी "नीति" नहीं "दलगत राजनीति !
सर्वोच्च शक्ति प्राप्त ऐसी संसद का भवन या सबसे बड़ा 'मन' \"मंदिर\" जहां मन मोहने वाले वातावरण में बैठकर देश के सांसद देश के लिए भी जनता के मन को भाने वाले कानून बना पाएंगे, जो 862 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से 21वीं सदी की समस्त आधुनिक सुविधाओं से युक्त भविष्य के अगले 100 वर्ष की आवश्यकताओं की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए भव्यतम भवन बना है। इसका उसका उद्घाटन 28 तारीख को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है। देश की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि और खुशी के बीच दुर्भाग्यवश अधिकतर विरोधी पक्ष जिसमें कांग्रेस के नेतृत्व में 21 पार्टियां शामिल है, ने उद्घाटन का विरोध करने का मजबूत डंडा (झंडा नहीं) गाड़ दिया है। विपरीत इसके एनडीए के 16 दलों के नेताओं ने विपक्षी दलों से अपने रुख पर पुनर्विचार करने का लिखित अनुरोध किया है।
पर्यावरणीय नियमों के पालन पर सकारात्मक पहल
'ओपन आई न्यूज' ने आरटीआई से किया खुलासा
अवैध भूजल खनन पर कार्रवाई मंत्रालय के महत्वपूर्ण निर्देश जारी
अवैध रूप से यानी बिना केंद्रीय भूजल मंडल से अनुमति लिए बगैर वर्षो से भूजल ( ग्राउंड वॉटर) निकालने वाले उद्योगों पर, मप्र और छग ने वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है। 'ओपन आई न्यूज' द्वारा उच्च स्तर पर प्रेषित किए गए रिप्रेजेंटेशन पर केंद्रीय भूजल मंडल भोपाल तथा रायपुर ने अच्छी खासी कार्रवाई की पहल की है जिसके नतीजे भी सामने आ रहे हैं।
सांस्कृतिक पुनरुत्थान के पथ पर आगे बढ़ रहा है मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री का यह वक्तव्य संकेत करता है कि सांस्कृतिक पुनरुत्थान के इस दौर में मध्य प्रदेश चूकना नहीं चाहता है। स्वतंत्रता के समय से ही भारत को अपने सांस्कृतिक मानबिंदुओं को संवारने का जो काम शुरू कर देना चाहिए था, वह अब जाकर शुरू हो रहा है, तो फिर अब रुकना नहीं है । श्री सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के समय जो हिचक हमारे स्वतंत्र भारत के प्रारंभिक नेतृत्व ने दिखायी, उस व्यर्थ की हिचक से वर्तमान नेतृत्व मुक्त है। हमारे वर्तमान नेतृत्व को न केवल अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गौरव है अपितु वह उसके संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध भी दिखायी देता है।
श्रमयोगियों के पसीने से महकता लोकतंत्र
देश को कल उसकी नई संसद की शानदार इमारत मिलने जा रही है। सैकड़ों अनाम मजदूरों के दिन-रात के श्रम से खड़ी हुई है यह। इसका निर्माण कार्य तब भी जारी रहा था जब कोरोना की दूसरी लहर से त्राहि-त्राहि मची हुई थी। इसे तामील करने में आधुनिक मशीनों का भी खासा योगदान रहा। जबकि जिस संसद भवन (पहले काउंसिल हाउस) का 1927 में उद्घाटन किया गया था उसे खड़ा करने में मजदूरों का सिर्फ श्रम लगा था। उन्होंने धौलपुर से लाये गये भारी पत्थरों को हाथों से उठाउठाकर संसद को बनाया था।
बेटियों को प्रोत्साहित करने की कवायद जारी
शिवराज सरकार प्रदेश में लाडली लक्ष्मी उत्सव मना रही है, तब इसकी पृष्ठभूमि को अवश्य देखा जाना चाहिए। पृष्ठभूमि में जाये बिना हम लाडली लक्ष्मी उत्सव के महत्व को नहीं समझ पाएंगे। मध्यप्रदेश की मातृशक्ति ने वह दौर भी देखा है, जब बेटी पैदा होने पर उदासी छा जाती थी। मध्यप्रदेश में बेटियों को लेकर एक सकारात्मक एवं भावनात्मक वातावरण बन गया है । आज मध्यप्रदेश की बेटियां खूब पढ़ रही हैं और आगे बढ़ रही हैं। प्रत्येक कार्यक्षेत्र में भी अपना योगदान दे रही हैं। खेल के मैदान हों, या जोखिम भरी एवरेस्ट की चढ़ाई, बेटियों के कदमों को अब रोका नहीं जाता अपितु उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सब सहयोगी की भूमिका में हैं।
गतिशील भारत का स्वप्न हो रहा साकार
दुनिया की सबसे प्राचीन मानव सभ्यता और सबसे पुराने, सबसे बड़े एवं सबसे जीवंत भारतीय लोकतंत्र का सपना था 'सर्वे भवंतु सुखिनः' अर्थात इस धरती पर सब सुखी हों, सब समृद्ध हों।
वित्तीय समावेशन से गरीब वर्ग का हो रहा है कायाकल्प
वर्ष 2014 में देश के करोड़ों नागरिकों के पास मोबाइल फोन तो था परंतु उनका बैंक में बचत खाता नहीं था।
देश में परिवार और रिश्तों का है विशेष महत्व
परिवार का प्रमुखउत्तरदायित्व है शिशु को संस्कार देना और समाज के आचार व्यवहार और नियमों में दीक्षित करना। परिवार से ही परिवार के सदस्यों की सामाजिक मर्यादा और सीमा निर्धारित होती है।
प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे से द्विपक्षीय संबंध होंगे प्रगाढ़
जहां तक मोदी की अमेरिका यात्रा का वहां की राजनीति के हिसाब से महत्व है तो आपको बता दें कि अमेरिका इस समय महंगाई और मंदी के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में उसे भारत की मदद की जरूरत है ताकि बाडइन अगले साल होने वाले चुनावों के दौरान मतदाताओं के कोप से बच सकें।
डिजिटल क्रांति विश्व के लिये बन रही है उदाहरण
पूरे विश्व का 75 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय विदेश व्यापार जी-20 समूह के सदस्य देशों में होता है।
कैदियों के सुधार का आधार बनेगा नया अधिनियम
भारत में कई वर्षों से प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में जेल में दबंगई, हत्या, ऐशो आराम, माफिया राज गुटबाजी, झगड़े इत्यादि अनेकों वारदातों के बारे में सुनते पढ़ते रहते हैं।
किसानों के कल्याण के लिये जारी रहें प्रयास
एक रोज़ टेलीविजन चर्चा पर मैंने कहा कि किसान के प्याज की जो कीमत थोक मंडी में लगती है (2-3 रुपये प्रति किलो) और जिस दाम पर उपभोक्ता खरीदता है ( जगह के हिसाब से 2030 रुपये प्रति किलो), कीमतों में इतना बड़ा अंतर हैरान-परेशान करता है। अन्य शब्दों में कहें तो थोक और खुदरा मंडी के बीच भाव में अंतर लगभग 900 प्रतिशत है! फरवरी माह में, जब पंजाब में स्थानीय सब्जी विता गोभी 20 रुपये प्रति किलो बेच रहे थे, ठीक उसी समय थोक मंडी में किसान की गोभी की कीमत 23 रुपये प्रति किलों से ज्यादा नहीं लगी।
कार्बन से ईंधन बनाने की सकारात्मक पहल
दुनिया में प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या लगातार गंभीर रूप ले रही है। दूसरी तरफ कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन जैसी ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन भी बढ़ रहा है।
देश में ठोस कृषि नीति की है जरूरत
भारत में कृषि सुधार एक अंतहीन बहस का मुद्दा रहा है। स्वतंत्र भारत में लघु और सीमांत किसानों की हालत आज भी जस की तस है।
नेतृत्व के मुद्दे पर असमंजस में फंसी भाजपा
राजस्थान में विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है। मगर भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व के मुद्दे को लेकर लगातार असमंजस में फंसी नजर आ रही है।
जलवायु परिवर्तन से जीव जगत हो रहा है प्रभावित
तापमान में दिनोदिन हो रही बढ़ोत्तरी बेहद चिंता का विषय है। इससे देश के कुछ हिस्सों में हीट वेव जैसे हालात बन रहे हैं, वहीं भारतीय समुद्र पहले के मुकाबले ज्यादा गर्म हो रहा है।