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अमेरिका में बढ़ता गन कल्चर
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अमेरिका में बढ़ता गन कल्चर

अमेरिका वर्षों से हो रही मास शूटिंगों के बाद भी अपने गन कल्चर को खत्म नहीं कर पाया है. इस की 2 प्रमुख वजहें हैं. पहली, कई अमेरिकी राष्ट्रपति से ले कर वहां के राज्यों के गवर्नर तक इस कल्चर को बनाए रखने की वकालत करते रहे हैं. दूसरी, धर्म और चर्च का इन को मूक समर्थन रहता है.

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June Second 2022
मृत देह का अभाव
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मृत देह का अभाव

मैडिकल संस्थानों में मृत देह का अभाव होना विज्ञान व स्वास्थ्य उपचारों में नई खोजों पर अड़ंगा पड़ने जैसा है. मृत देह की कमी होने का मुख्य कारण लोगों का विज्ञान के लिए देह दान न करना है जो समाज में फैले धार्मिक अंधविश्वास से पैदा हो रहा है.

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June Second 2022
“हमें रिजैक्शन को हैंडल करना भी आना चाहिए” - सिमरिथी बठिजा
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“हमें रिजैक्शन को हैंडल करना भी आना चाहिए” - सिमरिथी बठिजा

सिमरिथी बठिजा कला की धनी हैं. उन्होंने न सिर्फ मौडलिंग में खुद को साबित किया है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर वे स्पोर्ट्स खेल चुकी हैं. फिलहाल उन्होंने अभिनय की तरफ रुख किया है. आइए जानते हैं उन के बारे में उन्हीं से.

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June First 2022
सिमरिया मौब लिंचिंग हिंदू न मानने की सजा
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सिमरिया मौब लिंचिंग हिंदू न मानने की सजा

गौमांस बहाना है. असल मकसद आदिवासियों को डराना है ताकि वे खुद को कट्टर हिंदू मानने लगें. कट्टर हिंदूवादियों की यह जिद और कोशिश आजादी के बाद से ही मुहिम की शक्ल में परवान चढ़ने लगी थी. इस बैर की कहानी महज दो लफ्जों की है कि आदिवासी हिंदू हैं या नहीं.

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June First 2022
मेरे अपने
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मेरे अपने

प्रकाश और फिर अविनाश दोनों के अंबिका को ठुकरा कर चले जाने से टूट कर रह गई वह मन में कोई इच्छा शेष न रह गई, पर उसे क्या पता उस की खुशियों में आग लगाने वाला कोई और नहीं उस के अपने ही थे.

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June First 2022
ध्वस्त होती इमेज
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ध्वस्त होती इमेज

देश की इमेज खराब होती है तब बड़ी परेशानी आम लोगों को भी होती है क्योंकि हकीकत होती कुछ और है और दिखाई कुछ और जाती है. इस से आम लोगों का आत्मविश्वास कम होता है जिस से उन की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है. हर कोई चाहता है कि उस के देश का सिर दुनिया में ऊंचा हो, लेकिन झूठ, नफरत और हिंसा के चलते देश की छवि की भद पिट रही है.

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June First 2022
धर्म की पोल खोलने पर मुकदमे
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धर्म की पोल खोलने पर मुकदमे

विडंबना है कि देश में अंधविश्वास फैलाने वालों को शासन, प्रशासन और न्यायिक व्यवस्था द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है और जो इन की दुकानों की पोल खोलते हैं उन के ही खिलाफ गैरकानूनी तौर पर गंभीर धाराएं लगा कर कैद किया जा रहा है.

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June First 2022
बरबाद श्रीलंका
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बरबाद श्रीलंका

श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने राष्ट्रवाद की आंधी पैदा की, बहुसंख्यक समुदाय में उन्माद जगाया, अच्छे दिनों के सब्जबाग दिखाए और अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत को हवा दी. नतीजा बरबादी. आखिरकार वहां की जनता ने अपने देश के किंग को कुरसी से खींच कर जमीन पर दे पटका. मगर तब तक महिंदा राजपक्षे के परिवार ने देश का जो नुकसान कर दिया उस की भरपाई करने में देश को 10-15 साल लगेंगे.

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June First 2022
क्या करे ससुर जब नई बहू घर आए
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क्या करे ससुर जब नई बहू घर आए

घर में नई बहू आती है तो शुरूशुरू में परिवार में एक असहजता दिखने लगती है. खासकर ससुर, जो पहले ठसक के रहता था, को संयमित रहना पड़ता है. इस नए बदलाव से उखड़े नहीं, ऐसा होता ही है, बल्कि सामंजस्य बैठाने की कोशिश करें.

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June First 2022
एक औरत का भ्रष्ट हो जाना
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एक औरत का भ्रष्ट हो जाना

कुछ दशकों के दौरान महिलाओं ने हर फील्ड में अपने पैर जमाए हैं. वे ऊंचे ओहदों पर भी पहुंचीं. इस से महिलाओं के प्रति समाज की सोच सकारात्मक तो हुई लेकिन हालफिलहाल में सामने आई भ्रष्टाचार में महिला अधिकारियों की लिप्तता आधी आबादी के वजूद के लिए खतरे की घंटी से कम नहीं है.

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June First 2022
इकलौती लड़की बूढ़े मांबाप
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इकलौती लड़की बूढ़े मांबाप

जिस तरह बच्चों की देखभाल के लिए पेरेंट्स की भूमिका अहम होती है उसी तरह बुढ़ापे में संतानों की भूमिका अहम हो जाती है, पर क्या हो अगर संतान इकलौती लड़की हो और उस की शादी हो गई हो ?

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June First 2022
अलजाइमर जरूरी है दिमागी कसरत
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अलजाइमर जरूरी है दिमागी कसरत

आमतौर पर अलजाइमर की समस्या बुढ़ापे में अधिक देखने को मिलती है पर आजकल 30 वर्ष की उम्र के बाद यह समस्या युवाओं में भी दिखने लगी है. ऐसा न हो, इसलिए दिमागी कसरत जरूरी है.

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June First 2022
हे भगवान! है भगवान ?
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हे भगवान! है भगवान ?

कुछ अच्छा हुआ तो भगवान, कुछ बुरा हुआ तो भगवान कुछ हुआ तो भगवान, कुछ नहीं हुआ तो भगवान. आखिर भगवान हर मसले के बीच में कैसे घुस गया? हर सवाल का जवाब भगवान कैसे बन गया? भगवान सच है या मुफ्तखोरों की बनाई कोरी कल्पना है? क्या भगवान पर हमारा विश्वास करना सही है? यह सब जानने व समझने के लिए पढ़ें यह लेख.

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May Second 2022
सेहत की अनदेखी न करें महिलाएं
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सेहत की अनदेखी न करें महिलाएं

रोजमर्रा के जीवन में महिलाओं को कई प्रकार की हैल्थ समस्याओं से जूझना पड़ता है. पुरुष तो महिलाओं की समस्याओं को मानते ही नहीं और कुछ महिलाएं खुद भी टालमटोली या हिचकिचाहट के चलते चुप रहती हैं. ये समस्याएं अगर समय रहते ठीक न हों तो खतरनाक हो जाती हैं.

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May Second 2022
शादी में खिचखिच सही डायग्नोस जरूरी
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शादी में खिचखिच सही डायग्नोस जरूरी

शादी के बाद लड़के वालों की तरफ से लड़की पर रोकटोक तो पहले भी थीं पर बढ़ रही धर्म की राजनीति की वजह से घरों में लड़की को धार्मिक रीतिनीति में उलझाए रखना उस के पंख कुतरने जैसा साबित हो रहा है.

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May Second 2022
वो बांझ औरत
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वो बांझ औरत

वर्तिका ने शिखा के बांझपन के चलते उसे मनहूस कहा, पर कोरोना महामारी की दूसरी लहर में एक ऐसी घटना घटी कि वही शिखा वर्तिका के बच्चों के लिए सबकुछ बन गई.

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May Second 2022
मंदिरमसजिद पर लाखों खर्च शिक्षा सरकार के भरोसे
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मंदिरमसजिद पर लाखों खर्च शिक्षा सरकार के भरोसे

जिस चीज से मनुष्य जाति का भला होने वाला है वह है एक मात्र शिक्षा व ज्ञान, जो स्कूलों में मिलता है, न कि मंदिर या मसजिद में शिक्षा के बुनियादी सवालों से भटक कर आज हम मंदिरमसजिदों के फुजूल झगड़ों में उलझ गए हैं. यह मूर्खता के अलावा कुछ नहीं.

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May Second 2022
विधवाओं पर आज भी बेड़ियां
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विधवाओं पर आज भी बेड़ियां

पति की मौत के बाद एक विधवा स्त्री को हर वक्त यह प्रमाणित करते रहना पड़ता है कि पति के जाने के बाद भी वह पति को ही जपती रहेगी. उस के सिवा उस की जिंदगी का कोई महत्त्व नहीं है. आखिर विधवाओं को पति के नाम पर जिंदगीभर मातमपुरसी करते रहने की बाध्यता क्यों?

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May Second 2022
मां की जिम्मेदारी अनमोल
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मां की जिम्मेदारी अनमोल

बच्चों, खासकर, बेटी के प्रति पेरेंट्स की खास जिम्मेदारियां होती हैं पर बेटियों पर जरूरत से ज्यादा रोकटोक ठीक नहीं. ऐसे में एक मां की अनमोल जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं, जिसे समझना जरूरी है.

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May Second 2022
भड़काऊ नैरेटिव की गुलामी
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भड़काऊ नैरेटिव की गुलामी

देश में भड़काऊ नैरेटिव हावी है ताकि सरकार सवालजवाब और जिम्मेदारियों से बच सके. धर्म और जाति अब मुख्य सवाल बना दिया गया है और रोजगार, महंगाई, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय जैसे मूल मुद्दे दरकिनार कर दिए गए हैं. भड़काऊ नैरेटिव मुसलिमविरोधी या जातिविरोधी नहीं, सिर्फ जनताविरोधी है.

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May Second 2022
बुरे दौर में भारतीय सिनेमा
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बुरे दौर में भारतीय सिनेमा

आखिर क्या वजह है कि जो फिल्में समाज को आईना दिखाती थीं, अब वे अपने उद्देश्यों से भटक कर इंग्लिश माध्यम वालों के हाथों में पैसा कमाने का जरिया बन गई हैं...

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May Second 2022
तो यों होगा सफर सुहाना
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तो यों होगा सफर सुहाना

जिंदगी एक सफर है सुहाना. जिंदगी के सफर को सुहाना बनाने के लिए अपनों के साथ लंबे सफर पर जाना जरूरी है. फैमिली में बच्चे हों तो सफर का मजा और भी बढ़ जाता है लेकिन साथ में जिम्मेदारी भी, इसलिए कुछ बातों का रखें ध्यान.

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May Second 2022
स्टंट है समान नागरिक संहिता
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स्टंट है समान नागरिक संहिता

समान नागरिक संहिता की बात करना आसान है, पर उसे बनाना और लागू करना दुष्कर है. एक महा देश जिस में हजारों जातियांउपजातियां बसती हैं और जिन के कट्टरपंथी धार्मिक दुकानदारों की अपनी चलती हो वहां सब को हांक कर एक से कानून के दायरे में ला बांधना भगवा सरकार का केवल स्टंट है. आज तक किसी ने इस का कोई प्रस्तावित कानून नहीं बनाया है क्योंकि यह करना आसान नहीं है.

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May First 2022
शादी से पहले काउंसलिंग है जरूरी
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शादी से पहले काउंसलिंग है जरूरी

शादी से पहले लड़कालड़की के बीच कई ऐसे मसले होते हैं जिन्हें सुलझाया जाना जरूरी होता है, वरना शादी के बाद वे दिक्कत खड़ी कर सकते हैं. ऐसे में मैरिज काउंसलिंग लेना एक अच्छा उपाय है.

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May First 2022
बीआई बीमा छलावा भी हो सकता है
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बीआई बीमा छलावा भी हो सकता है

कारोबार की निरंतरता बनी रहे, इस के लिए विशेष सावधानियों की जरूरत होती है. लोग इस के लिए बीमा भी कराते हैं. हर बीमा फायदा दे, जरूरी नहीं, इसलिए बीमा कराते हुए उस के टर्म्स एंड कंडीशंस पर ध्यान देना जरूरी रहता है.

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May First 2022
किराएदारों पर पुलिसिया कोड़ा
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किराएदारों पर पुलिसिया कोड़ा

आम लोग सुकून की जिंदगी जिएं, इस के लिए तो सरकारें कुछ करती नहीं लेकिन सुकून छीनने के लिए वे बेकार के नियम कायदे कानून जरूर बनाती हैं. ऐसे में कोफ्त होना स्वाभाविक है. किराएदारों के लिए पुलिस वैरिफिकेशन कैसीकैसी परेशानियां खड़ी कर रहा है, पढ़िए इस रिपोर्ट में.

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May First 2022
भवन निर्माण के टिप्स
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भवन निर्माण के टिप्स

भवन निर्माण में सही सूझबूझ की जरूरत होती है. एक घर तभी अच्छा लगता है जब उसे सही तरह से बनाया जाए.

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May First 2022
धार्मिक लपेटे में मन के रोगी
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धार्मिक लपेटे में मन के रोगी

आज जहां सबकुछ वैज्ञानिक और हाईटैक है वहां गरीबों और पिछड़ों से कहा जाता है कि मानसिक रोग कुछ नहीं, यह देवीदेवताओं का प्रकोप है जो जादूटोने से दूर होता है. यह तो बीमारों को और बीमार कर देता है. मानसिक रोगों से जुड़ी भ्रांतियों का समाधान यहां पेश है.

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May First 2022
आईसाइट का गुपचुप चोर ग्लूकोमा
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आईसाइट का गुपचुप चोर ग्लूकोमा

ग्लूकोमा आंखों की समस्या है. यह बीमारी अगर बढ़े तो आंखों की रोशनी जा सकती है, इसलिए इसे ले कर सतर्क रहने की खास जरूरत है.

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May First 2022
घरेलू हिंसा औरतों को राहत नहीं
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घरेलू हिंसा औरतों को राहत नहीं

21वीं सदी में भी औरतें घर व बाहर उत्पीड़न और हिंसा की शिकार हो रही हैं. इन में वे औरतें तो हैं ही जो पूरी तरह से पति पर निर्भर हैं, साथ ही कमाऊ औरतें भी हैं. दिक्कत यह है कि धर्मकर्म के कार्यों से जुड़े व पूजापाठी बन महिलाओं को हिंसा पर चुप्पी साधने की शिक्षा लगातार मिल रही है.

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May First 2022