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नन्ही कलम, ऊंचे सपने
बिहार के महापुरुषों के जीवन पर शोध करके किताबें लिखने की तैयारी कर रहे हैं किशोरवय बच्चे. रेणु और दिनकर पर काम पूरा. साहित्यिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में दिलचस्प प्रयोग
उत्कृष्टता की मिसाल
शोध नतीजे बढ़ाने पर लगातार जोर भारत के शीर्ष लॉ स्कूल की सफलता की आधारशिला है
तकनीकी शिक्षा में अव्वल
लंबे वक्त से तकनीकी शिक्षा की अव्वल संस्थाओं में से एक रहा है आइआइटी दिल्ली. इसने कई विषयों को आपस में जोड़कर पढ़ाने के अलावा अनुसंधान और उद्योग के साथ रिश्तों के नए क्षेत्रों में भी दूसरों पर बढ़त हासिल की
मेडिकल जगत का मुखिया
दिल्ली स्थित एम्स अरसे से भारत में चिकित्सा क्षेत्र में रिसर्च का अगुआ रहा है. कोविड के बाद के दौर में वह भूमिका अब और भी निर्णायक हो गई है
निरंतर आगे बढ़ता रिसर्च में अव्वल संस्थान
चुनने के लिए तमाम विषय और स्पष्ट नतीजों वाली शिक्षा. इन्हीं पहलुओं पर जोर देते हुए ए यूनिवर्सिटी शीर्ष पर कायम नवाचारों और नए प्रयोगों पर उसका पहले से ही ध्यान
नहीं है कोई सानी
आला दर्जे की पढ़ाई, नए कोर्सेज, इंटरनेशनल रिसर्च कोलैबोरेशन और समावेशी कैंपस की बदौलत जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने साल दर साल अपना अव्वल मकाम बरकरार रखा
और जो ठहरे अव्वल
इंडिया टुडे ग्रुप फिर विश्वविद्यालयों की सालाना रैंकिंग के ताजा संस्करण के साथ हाजिर है. यह रैंकिंग भारत में उच्च शिक्षा की मौजूदा दशा-दिशा की साफ-साफ तस्वीर सामने रखती है
जितनी जाति उतने बोर्ड
राजस्थान में जातियों के आधार पर सरकारी बोर्ड बनाए जा रहे हैं, बीते दो साल में ही सरकार 15 जातियों के नाम पर बोर्ड बना चुकी है
बदलाव पर विवाद
पर्यावरणवादियों को आशंका है कि वन संरक्षण कानून में बदलाव देश में हरे-भरे इलाकों में इजाफे के मकसद को नाकाम कर देगा
तीसरे दांव में राव की मुश्किलें
बीआरएस प्रमुख का 2024 में विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने का सपना धूमिल होने लगा. अब वे सियासी मै में अलग-थलग पड़ते नजर आ रहे. अब तो सवाल है कि वे तेलंगाना का अपना किला भी बचाए रख पाएंगे या नहीं?
फूट डालने वाली संहिता
कानून के जानकार और एक्टिविस्ट देश को जोड़ने वाली नागरिक संहिता की जरूरत पर सहमत हैं, पर यह चाहते हैं कि इसका प्रबल सिद्धांत समानता हो, एकरूपता नहीं
समान-नागरिक कानून की राजनीति
भाजपा ने एक विभाजनकारी कानूनी संशोधन को चुनावी मुद्दे में तब्दील करके सियासी गर्मी को हवा दी, जिससे बहस और आशंकाएं भड़क उठीं
यानी अब बधिया किए जाएंगे तेंदुए !
असल में 'स्टेटस ऑफ लेपर्ड्स, को-प्रिडेटर्स ऐंड मेगा हर्बिवोर्स इन इंडिया-2018' रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में मौजूद कुल 13,000 तेंदुओं में से करीब 1,700 महाराष्ट्र में पाए जाते हैं.
बेहाल होने की ओर भोपाल
यह विषय ही कुछ ऐसा है जिससे मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार 15 वर्षों से जूझ रही है.
कब आओगी नर्मदा मैया
सौराष्ट्र की प्यास बुझाने के लिए शुरू की गई सौनी परियोजना की असली परीक्षा अगले साल की शुरुआत में लोकसभा चुनावों से पहले होगी
असमंजस में मायावती
गठबंधन समेत कई मुद्दों पर बसपा की लगातार बदलती रणनीति से पार्टी कार्यकर्ता दुविधा में. पार्टी संगठन में भी स्थायित्व का अभाव
नूंह कैसे जल उठा
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के जरिए कुछ तंज कसा गया. पलटवार में उससे भी ज्यादा चुभने वाले ताने मारे गए.
आस्था की कार्बन डेटिंग
महीनों की चुप्पी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद पर टिप्पणी करके खलबली मचा दी है.
लंगर वाले का जादू चल गया
शेफ रणवीर बराड़ अपने स्ट्रगल, कामयाबी की नई परिभाषा और खाने के जादू पर
आला दिमागों का समागम
इंडिया टुडे एजुकेशन कॉन्क्लेव 2023 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अमल और चैटजीपीटी जैसे मुद्दों पर विचार करने के लिए देश के बेहतरीन शिक्षक एक मंच पर जुटे
पुणे से मुझको प्यार
पुणे शहर का जश्न मनाने वाली सीरीज दो गुब्बारे की केंद्रीय भूमिका में हैं दिग्गज अभिनेता मोहन अगाशे
अब एक नई सुबह
एक तरह की विकलांगता मानकर अरसे तक ऑटिज्म की अनदेखी की गई. अब जाकर इसकी पीड़ा को समझते हुए इसे अपेक्षित तवज्जो दी जा रही है. नए शोध, बेहतर डायग्नोसिस और न्यूरोडायवर्सिटी को लेकर चले अभियान का भी उसे फायदा मिल रहा
सुलझता नहीं भूमि विवाद का मकड़जाल
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में हर पांचवीं शिकायत जमीन से जुड़े विवादों की होती है, इसके बावजूद ये विवाद सुलझते नहीं दिखते
छोटे कारोबारियों को चुभने लगे बड़े कांटे
पहली जुलाई से भारतीय मानक ब्यूरो के प्रावधान लागू होने के बाद आगरा के छोटे फुटवियर कारोबारियों पर बढ़ा संकट. बंद पड़ी कई योजनाएं भी जूता कारोबार के संरक्षण में पैदा कर रहीं अड़चनें
शर्मनाक अनदेखी
छलनी हुए मणिपुर के घावों को खुला छोड़कर राज्य और केंद्र की सरकारों ने राज्य के लोगों को ऐसे गर्त में धकेल दिया है जहां से उसका पटरी पर लौट पाना संभव नहीं दिखता
सस्ती मतलब जेनेरिक दवा
बीमारी जान-माल की हालत खराब कर देती है, लेकिन कीमतों और रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिहाज से जेनेरिक दवाएं लोगों को राहत दे रही हैं.
सहयोगी ही बन गए बोझ !
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार गुट को गठबंधन सरकार में शामिल करने का भाजपा का फैसला उसके अपने नेताओं को ही बहुत रास नहीं आ रहा है.
'अंदर' की राजनीति
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ अपने मतभेदों को कांग्रेस नेता सचिन पायलट की तरफ से खत्म कर लेने का दावा किए जाने के कुछ दिन बाद ही उनके साल 2020 के बगावत जैसी परिस्थितियों ने एक बार फिर पार्टी को पसोपेश में डाल दिया है.
कीमत ऐसी कि निगलना मुश्किल
उपभोक्ता सब्जियों की कीमतों में मौसमी बदलाव के आदी हैं, लेकिन इसको पचाना खास तौर पर काफी मुश्किल था.
जवाब तो हमारे भीतर ही होते हैं
अभिनेता सुविंदर विकी हालिया रिलीज वेब सीरीज कोहरा, खाकी वर्दी से रिश्ता और अपने किरदारों के ग्रे शेड पर