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श्रीनगर में बदलने लगी 'आबोहवा'
कश्मीर में लंबे अंतराल तक सियासी गतिविधियों के बाधित रहने के बाद कुछ नए घटनाक्रम बदलती ‘आबोहवा' का संकेत दे रहे हैं और इन्हें लेकर लोगों में खासी दिलचस्पी भी जगी है.
दक्षिण में लगा धक्का
लंबे वक्त के साझेदारों को बाहर निकलते देखना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए अब नई बात नहीं रह गई है.
उल्टा चश्मा, सीधी नजर
अपने काम, जीवन और राजनीति को किस नजरिए से देखते हैं शैलेश लोढ़ा
मेडल की हमारी बड़ी उम्मीदें
620 से ज्यादा एथलीटों के दिलेर और मजबूत भारतीय जत्ये ने हांग्जो एशियाई खेलों में मुकाबले के लिए कमर कसी
आकर्षक पेशकश
हार्ले-डेविडसन ने भारत के लिए मोटरसाइकिल बनाने की खातिर हीरो मोटोकॉर्प के साथ गठजोड़ परफॉर्मेंस परखने किया है. हमने के लिए इसकी सवारी की. पेश है हमारा आकलन
हर लिहाज से संतुलित
बीच का सुरक्षित रास्ता चुनना हमेशा समझदारी भरा फैसला नहीं होता. लेकिन सही ढंग से फैसला किया जाए तो यह सोचे-समझे निवेश के रूप में लाभदायक हो सकता है. जीएलसी की नई जेनरेशन ऐसा ही करती दिख रही है
राजा की वापसी
मारुति सुजुकी ने पांच दरवाजे वाली जिम्नी लॉन्च कर दी है. हम पड़ताल करेंगे कि इस एसयूवी में क्या खास है, साथ ही इसकी ऑफ रोड क्षमताओं को भी परखेंगे
लो जी, मैंने एसयूवी को छोटा कर दिया!
खरीदारों की पसंदीदा, एसयूवी की खूबियों वाली कॉम्पैक्ट और सस्ती कार बाजार में झंडा गाड़ने का अचूक फॉर्मूला है. एक्स्टर के साथ हुंडई भारत के एसयूवी सेग्मेंट में दबदबा कायम करने की योजना बना रही है
ऑटोनॉमस ड्राइविंग की कठिन डगर
कई कारों में अडवांस्ड एडीएएस फीचर्स, जैसे हाइवे पर हाथ छोड़कर ड्राइविंग- को सुचारू रूप से काम करने के लिए मानकों के एक सेट की जरूरत होती है. अव्यवस्थित यातायात के साथ धूल भरी भारतीय सड़कें उन्हें रुकने के लिए मजबूर या खराब कर देती हैं
तो इस बार नहीं न घुटेगा दिल्ली का दम!
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सरकारों की कोशिश है कि इस बार पराली जलाने की घटनाओं को शून्य पर लाया जाए ताकि राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाके के लोग सर्दियों में जहरीली सांस लेने से बच जाएं
शिमला का पुनर्निर्माण
बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश की राजधानी को तबाह कर दिया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के सामने संकट है, पर बेलगाम निर्माण से शिमला पर टूटे कहर और उसके बुरे प्रभावों को उलटने का मौका भी
अथ चंद्रशेखर चरित मानस
रामचरित मानस के कुछ दोहों की तुलना सायनाइड से करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर इन दिनों विवादों में हैं. उनके सोच-विचार का जायजा लेती एक रिपोर्ट
फिर लामबंद हो रहे किसान
लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही किसानों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू. अधिग्रहीत जमीन के मुआवजे को लेकर सबसे ज्यादा असंतोष. फिर शुरू हुई एमएसपी गारंटी कानून की मांग
आधी आबादी को अब पूरा न्याय
मोदी सरकार ने लोकसभा और विधानसभाओं की एक-तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने को ऐतिहासिक कानून बनाकर उन्हें राजनैतिक रूप से बड़ी ताकत दी. अब असली चुनौती यह है कि कानून लागू किस तरह से करवाया जाता है
सोरेन और ईडी के बीच लुका-छिपी
लगता है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास बचने का अब कोई रास्ता नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने 18 सितंबर को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से जारी किए गए समन पर रोक लगाने की उनकी याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया और हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाने को कहा. वे अगर हाइकोर्ट से अपने पक्ष में फैसला हासिल करने में सफल नहीं हो पाए तो उन्हें 23 सितंबर को एजेंसी के सामने पेश होना पड़ सकता है.
युद्ध निपाह और अन्य वायरसों से
केरल में निपाह वायरस का यह पांच साल में चौथा प्रकोप है और दो जान ले चुका है. लिहाजा राज्य के स्वास्थ्य और प्रशासनिक अधिकारी इसे फैलने से रोकने के लिए जी-जान से जुटे हैं. यह सब 13 सितंबर को शुरू हुआ, जब कोझिकोड में पिछले पखवाड़े के दौरान मरने वाले दो आदमियों के टेस्ट नतीजों से तस्दीक हुई कि वे निपाह से संक्रमित थे. निपाह फ्रूट बैट या फल चमगादड़ से पैदा वायरस है, जिसकी मृत्यु दर 40-70 फीसद जितनी ज्यादा है.
कैंपस में कसमसाहट
गुजरात विधानसभा ने 16 सितंबर को विवादास्पद सार्वजनिक विश्वविद्यालय विधेयक 2023 पारित कर दिया, जो राज्य के 11 सार्वजनिक विश्वविद्यालयों से जुड़े इतने ही अलग-अलग कानूनों को रद्द करता है. यह उनके राजकाज के लिए साझा दिशानिर्देश स्थापित करता है. भूपेंद्र पटेल की सरकार यह विधेयक राज्य की उच्च शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप बनाने के लिए लाई है.
इंडिया के झमेले
पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने 15 सितंबर को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुखिया ममता बनर्जी दो नावों पर सवारी की कोशिश कर रही हैं.
कांग्रेस ने दिखाया हाथ
हैदराबाद ने 16-17 सितंबर को कांग्रेस कार्यसमिति की मेजबानी की और उसके बाद शहर के बाहरी छोर पर पार्टी की रैली आयोजित की. इस जगह के चयन की अहमियत किसी से छिपी नहीं रही.
पेचीदा दलीलों सी राजनीति
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव महज दो महीने दूर हैं और इस मुकाबले को लेकर आम धारणा में काफी बदलाव आया है. हर गुजरते दिन के साथ, सियासी पर्यवेक्षकों का मानना है कि इस बार 2018 की तरह एकतरफा परिणाम नहीं होगा, जब कांग्रेस ने भाजपा का पूरा सफाया कर दिया था.
कूटनीतिक रिश्तों में तनाव
नई दिल्ली में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन में- ऊपरी तौर पर ही सहीजो गर्मजोशी नजर आई उसे भारत के साथ पश्चिमी देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों का परिचायक माना गया.
भर ली जो उड़ान
एथलीट नीरज चोपड़ा के लिए जो बात मायने रखती है वह है ट्रेनिंग में निरंतरता और खेल भावना को जिंदा बनाए रखना
हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम कैसे कम करें?
को-पे सुविधा का विकल्प चुनकर आप मेडिकल खर्च का एक निश्चित हिस्सा खुद चुकाते हैं और इससे अपने हेल्थ इंश्योरेंस पर प्रीमियम कम कर लेते हैं
प्योर टर्म पॉलिसी पर टैक्स में छूट
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने स्पष्ट किया है कि विशुद्ध रूप से टर्म बीमा पॉलिसियों को अब भी कराधान से छूट हासिल है, प्रीमियम भले की रकम कितनी भी हो
सफल निवेशकों की तरह कैसे निवेश करें
खासकर जब शेयर बाजार में निवेश करने की बात आती है तो नायकों की प्रशंसा करना और उनसे प्रेरणा लेना कारगर हो सकता है
आरक्षण पर अबकी आर-पार!
नौकरियों और शिक्षा में मराठाओं को आरक्षण की मांग ने राज्य की सियासत में एक बार फिर उबाल ला दिया है
G20 उभरती विश्व व्यवस्था
जी20 की भारतीय अध्यक्षता ने ग्लोबल साउथ की दमदार आवाज बनकर प्रतीकात्मक और ठोस कामयाबी के झंडे गाड़े. भूराजनैतिक फूट के बावजूद नतीजे हासिल करने के लिए वैश्विक साझा भलाई पर जोर देते रहना ही आगे का रास्ता है
सदाबहार इंडिया
हमें इंडिया और भारत दोनों नामों पर बराबर तवज्जो देनी जारी रखनी चाहिए, न कि इतिहास के गर्भ से निकले एक नाम को छोड़ देना चाहिए, जिसे दुनिया जानती-पहचानती है
नाम पर बस नोकझोंक या कुछ और?
सत्तारूढ़ भाजपा की पहल 'भारत' और विपक्ष के 'इंडिया' गठबंधन के बीच तलवारें खिंच गई हैं. ऐसे में अब सबकी नजरें 2024 के आम चुनाव के बड़े इनाम पर लग गई हैं
भारत बनाम इंडिया
विपक्ष ने इंडिया के नाम का जिस तरह से इस्तेमाल कर लिया उसकी काट में क्या यह सत्ता पक्ष का आक्रामक ढंग का आत्मसमर्पण होगा?