CATEGORIES
Kategorien
गुजरात की सिकुड़ती नौकरशाही
साल 2023 में गुजरात काडर के करीब एक दर्जन आइएएस अधिकारी सेवानिवृत्त होने वाले हैं. उनकी कमी, खासकर शीर्ष पदों पर इस साल के अंत तक और गंभीर हो जाएगी.
ई-रुपी को मिलेगी जन स्वीकृति ?
पिछली फरवरी में बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक में एक आश्चर्य मेहमानों का इंतजार कर रहा था...
भीतर की जंग
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य भाजपा अध्यक्ष वी. डी. शर्मा के बीच अच्छे रिश्ते नहीं हैं
लेखन से ज्यादा सुकून भला कहां है
अभिनेता-पटकथा लेखक शिवांकित परिहार अपनी ताजा सीरीज सिक्सर, सिनेमा, समाज और 'स्टैंड आउट' के बारे में
भोपाल का वह बेबाक किस्सागो
संजय चौहान - 1962-2023
इस ज़मीन में जान है
जबलपुर के दो रंगकर्मियों ने शहर की उभरती अभिनय प्रतिभाओं के लिए तैयार की उर्वर जमीन. खासकर लड़कियों और चुनौतीपूर्ण परिवेश से आए युवाओं को वे दिखा रहे नया आसमां
नाप-तौल कर एक एक कौर
भारत में डाइटिंग का नया जुनून छाया हुआ है. इसने हेल्थ ऐप, दुनिया भर की आहार योजनाओं के साथ पागलपन भरी सनक की पूरी भूलभुलैया को जन्म दिया, जो फायदा कम, नुक्सान ज्यादा पहुंचा रहीं
झोलाछाप अब करने लगे सर्जरी
छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टर अब बिहार में सर्जरी तक करने लगे हैं और राज्य के अंदरूनी इलाकों में इन्होंने अपने नर्सिंग होम भी खोल लिए हैं. इन नातजुर्बेकार झोलाछाप 'सर्जनों' की वजह से ग्रामीण इलाकों में न जाने कितने लोगों की जान खतरे में आ चुकी है और कितनों की आ सकती है
पांच साल पूरे पर जांच अधूरी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियों में गड़बड़ी करने वाले अभी भी सीबीआइ की गिरफ्त से बाहर, जांच एजेंसी की कार्यप्रणाली पर खड़े हो रहे सवाल
इक उम्र कट गई इसी इंतजार में
बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के विद्यालयों के लिए शिक्षकों के चयन की कई भर्ती प्रक्रियाएं लंबित. नए शिक्षा सेवा चयन आयोग की घोषणा से बढ़ा असमंजस
ममता का हिंदुत्व वाला बड़ा दांव
अंदरूनी संकटों से त्रस्त और भाजपा के साथ होड़ में फंसी तृणमूल हिंदुत्व के अपने ब्रांड पर जोर दे रही. 2024 में बहुसंख्यक हिंदू वोटों पर आंखें गड़ाए वह मंदिर बनवा रही और अनुष्ठान शुरू कर रही है
कितना कारगर होगा यह सफर
इस देशव्यापी पदयात्रा से राहुल गांधी की छवि पूरी तरह से बदली लेकिन इसका राजनैतिक लाभ लेने के लिए कांग्रेस पार्टी को अपना पूरी तरह से कायाकल्प करने की जरूरत
जाति का नया सांचा
फिलहाल केवल अनुसूचित जातियों (एससी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के बारे में आंकड़े हैं जो दशकीय जनगणना में इकट्ठा किए जाते हैं.
देसी सुपरफूड की वापसी
सदियों पुराने ज्वार, बाजरा, रागी जैसे भारत के देसी सुपरफूड यानी मिलेट्स तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.
अजमेर ब्लैकमेल कांड का 'बदलापुर'
अजमेर ब्लैकमेल कांड में तीन दशक बाद भी इंसाफ क्यों नहीं हो पा रहा
बिछी 2024 की बिसात
साल 2023 हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हमें नौ प्रदेशों में चुनाव लड़ना है. चुनाव के लिए कमर कस लें, हमें सभी में जीत दर्ज करनी है. जहां पार्टी की सरकार है उसे मजबूत किया जाए, जहां सरकार नहीं है उसे और मजबूत किया जाए.
क्या भारत को चौथी खुराक की जरूरत है?
डॉक्टरों का कहना है कि चौथी खुराक तब तक मददगार नहीं हो सकती जब तक यह वैक्सीन संक्रमण से बचाव न करे
आक्रोश की आंच
किसान संगठनों और अन्य एसोसिएशनों ने पंजाब में आप की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. अब उनकी अपेक्षा है कि सरकार विभिन्न मुद्दों पर अपने वादे पूरे करे
क्या दिन थे और क्या दिन आ गए!
गीतकार - शायर जावेद अख्तर अपने परिवार के लोगों और पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में
यह वक्त है एक कुशल स्वास्थ्य तंत्र बनाने का
सार्स- कोविड2 वायरस का खतरा हालांकि अभी भी पूरी तरह से टला नहीं है लेकिन भारत की पूरी स्वास्थ्य प्रणाली को किसी एक बीमारी के लिए इतना ज्यादा समर्पित कर देना भी ठीक नहीं
तीन साल की महामारी ने पढ़ाया हमें जो पाठ
दुनिया भर की वैज्ञानिक और जनस्वास्थ्य सेवा से जुड़ी बिरादरी को सेहत का एक सर्वांगीण नजरिया अपनाते हुए मिलकर काम करना होगा. अब सवाल यह नहीं कि अगली महामारी आएगी या नहीं, बल्कि यह है कि कब आएगी
यह साल बिजली वाहनों का होगा
बिजली वाहनों के क्षेत्र में प्रगति बेमिसाल, मगर फिलहाल यह क्रांति दुपहिया वाहनों तक सीमित
पृथ्वी को बचाने में क्या भूमिका निभा सकता है भारत
भारत को सिर्फ जुबानी जमाखर्च के बजाए कुछ कर दिखाने का उदाहरण पेश कर नेतृत्व के लिए आगे आना चाहिए. यह पहल किसी अंतरराष्ट्रीय पारिस्थितिकी सम्मेलन के माध्यम से होना शायद ज्यादा बेहतर रहेगा
जनसांख्यिकीय लाभांश भुनाने का दौर
भारत 2023 में चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. जनसंख्या के क्षितिज पर आने वाले ये बदलाव भारत की वैश्विक स्थिति को बदल सकते हैं और इसका भारत के भीतर क्षेत्रीय समीकरणों और आचार-व्यवहार पर असर पड़ेगा
लाइट्स कैमरा, इंडिया
भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग में कई स्तरों पर बदलाव हो रहे हैं और एक साथ बहुत सी चीजें हो रही हैं. हमारी आबादी के फायदे इतने बृहद है कि हर प्लेटफॉर्म के लिए संभावनाएं हैं
डिजिटल रणभूमि के खतरे
दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में ऑनलाइन सुविधाओं का जमकर इस्तेमाल होगा. एक अरब मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड और आधार कार्डों के साथ डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर सेवाएं सुलभ बना देगा लेकिन डेटा चोरी, ऑनलाइन अपराध और इंटरनेट बंद किए जाने से उनके ख़तरे बढ़ जाएंगे
ब्लॉकचेन को नजरअंदाज न करें
क्रिप्टोकरेंसियों की चमक 2022 में भले ही फीकी पड़ गई हो लेकिन उन्हें चलाने वाली ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में हमारे भविष्य के लिए अब भी बहुत दम है
मोदी की चुनावी राह के बड़े रोड़े
नौ राज्यों के चुनाव प्रधानमंत्री और भाजपा के लिए 2024 के आम चुनाव का सेमीफाइनल होंगे; दूसरी ओर कांग्रेस के लिए खुद को पुनर्जीवित करने का यह आखिरी मौका है
उथल-पुथल के बावजूद मौके
चीन पर साझा हितों की वजह से अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध पर भारत की नीति का हालांकि पुरजोर विरोध नहीं किया, पर उसकी बेचैनी बहुत ही वास्तविक है
तीसरा ध्रुव बनने का इससे अच्छा मौका नहीं
एकध्रुवीय दुनिया के दिन लद गए, अब हम सही मायने में बहुध्रुवीय दुनिया की दहलीज पर खड़े हैं. ऐसे परिवेश में दुनिया की इकलौती स्वतंत्र ताकत के नाते भारत 'तीसरा ध्रुव' बनने की अनूढी स्थिति में