CATEGORIES

मंच पर उदात्त मूल्यों की तलाश
India Today Hindi

मंच पर उदात्त मूल्यों की तलाश

पहले भारतीय मिथकों, परंपराओं से जुड़े नाटक रचे गए और फिर कुछ आधुनिक दृष्टिकोण वाले प्रयोग हुए. भारतीय नाटकों ने सार्वभौमिकता की गहरे जाकर तलाश की है

time-read
4 mins  |
January 04, 2023
मुल्क की प्रसव-पीड़ा का दस्तावेज
India Today Hindi

मुल्क की प्रसव-पीड़ा का दस्तावेज

आधुनिक हिंदी उपन्यास अपनी काया में बंटवारे की लंबी छाया, आजादी के बाद का मोहभंग, राजनैतिक उथल-पुथल और जाति व्यवस्था की सचाइयां समेटे हैं

time-read
3 mins  |
January 04, 2023
कारून का खजाना
India Today Hindi

कारून का खजाना

बेहिसाब विविधताओं वाला भारत का हस्तशिल्प क्षेत्र न जाने कितने तूफान झेलकर भी फल-फूल रहा

time-read
5 mins  |
January 04, 2023
पुराने धागों से उम्मीद का नया ताना-बाना
India Today Hindi

पुराने धागों से उम्मीद का नया ताना-बाना

महामारी के दौरान स्लो और टिकाऊ फैशन की तरफ बढ़ता रुझान लंबे समय तक हाशिये पर रहे भारतीय हथकरघा क्षेत्र के लिए उम्मीद की किरण बन गया है

time-read
4 mins  |
January 04, 2023
फौलादी जज्बों ने गढ़े सोने-चांदी के रथ
India Today Hindi

फौलादी जज्बों ने गढ़े सोने-चांदी के रथ

खेलों के दीवाने देश भारत में विश्व विजेता बनने के लम्हे बहुत ज्यादा नहीं आए. ऐसे ही आग में तपकर निखरे शीर्ष दस लम्हे

time-read
5 mins  |
January 04, 2023
'और दुनिया एक होकर रहने लगेगी'
India Today Hindi

'और दुनिया एक होकर रहने लगेगी'

भारत की कहानी इसके अंदर गुंथी असमानताओं की कहानी भी है. कुछ लोगों और समूहों ने बेहतर और ज्यादा न्यायसंगत समाज का सपना देखने की न केवल दूरदृष्टि दिखाई, बल्कि उसके निर्माण का साहस और संकल्प भी

time-read
4 mins  |
January 04, 2023
लोगों के अधिकार सरकार का कर्तव्य
India Today Hindi

लोगों के अधिकार सरकार का कर्तव्य

तमाम नागरिकों के लिए कल्याणकारी राज्य के निर्माण की भारत की कोशिशें उम्मीद जगाने वाली हैं और विचारणीय भी उम्मीद जगाने वाली इसलिए क्योंकि कल्याणकारी राज्य का मौजूद होना भर लोकतंत्र की जीत है. लोकतंत्र ने भारत के आखिरी नागरिक की आवाजों और हितों का सुना जाना पक्का किया. लेकिन विचारणीय इसलिए कि आजादी के 75 साल बाद भी भारत कल्याण कार्यक्रमों पर अपने स्तर की दूसरी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले बहुत कम खर्च करता है. कल्याणकारी योजनाओं में निवेश सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है लेकिन 'मुफ्त की रेवड़ी' कहकर इसका मजाक उड़ाया जाता है. यही नहीं, ये योजनाएं खराब अमल से बेजार हैं. इस सबके बावजूद आखिरी नागरिक - की, के लिए और के द्वारा इस लड़ाई ने उन दुस्साहसी प्रयोगों की आग में घी का काम किया जिनमें राज्यों और केंद्र की सरकारों और सिविल सोसाइटी ने बेहद अहम भूमिका अदा की है. भारत में कल्याणकारी राज्य का विकास लोकतांत्रिक भागीदारी की ताकत की कहानी बयान करता है- ऐसी कहानी जिसने राष्ट्रीय और वैश्विक विमर्श को गढ़ा है. यहां मैं इनमें से 10 बेहतरीन कल्याणकारी कदमों का जिक्र कर रही हूं.

time-read
5 mins  |
January 04, 2023
उपलब्धियों की प्रतिष्ठा
India Today Hindi

उपलब्धियों की प्रतिष्ठा

भारतीय वैज्ञानिकों और अन्वेषकों ने पिछले 75 साल में कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जिन्होंने हम सभी को गौरवान्वित किया है. अगर हरित और श्वेत क्रांति ने देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की तो इसके परमाणु, अंतरिक्ष और रक्षा अनुसंधान ने भारत को ग्लोबल लीडर्स की पांत में खड़ा कर दिया है. यहां हम उन कुछेक मील के पत्थरों का जिक्र कर रहे हैं जो देश के लिए गेम चेंजर रहे

time-read
4 mins  |
January 04, 2023
हरियाली का रास्ता
India Today Hindi

हरियाली का रास्ता

पर्यावरण आंदोलन ने आजाद भारत के 75 वर्षों में नीतियों को आकार देने और विकास के तौर-तरीकों को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इस आंदोलन के तीन अलग-अलग रास्ते रहे हैं. पहला, जहां पर्यावरणीय कार्रवाई ने प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के लिए विकास रणनीति को तय करने में भूमिका निभाई. दूसरा, जहां विकास परियोजनाओं का विरोध किया और विवाद की वजह से एक नई सहमति उभरी. तीसरा, जहां प्रदूषण और मानव स्वास्थ्य के मुद्दों पर पर्यावरण आंदोलन ने नीति में बदलाव को बढ़ावा दिया. हालांकि यह आंदोलन कुछ समुदायों के वन्य संसाधनों पर अधिकार, इन संसाधनों को निकालने और उनके संरक्षण के बीच पेचीदगी से भरा रहा है. इन अंतर्निहित अंतर्विरोधों के मद्देनजर पिछले 75 साल की सबसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय पहल को गिनाना लगभग नामुमकिन है. मैं इसे आप पाठकों पर छोड़ती हूं कि वे यहां चुने गए लोगों की अहमियत पर विचार करें.

time-read
3 mins  |
January 04, 2023
कानून की आत्मा और कोर्ट
India Today Hindi

कानून की आत्मा और कोर्ट

भारत के न्यायिक इतिहास में सबसे अच्छे क्षण तब आए जब अदालतों ने कानून को नहीं बल्कि न्याय के ऐसे प्रथम सिद्धांतों का विचार किया जो अलिखित हैं पर संविधान को रेखांकित करते हैं

time-read
5 mins  |
January 04, 2023
मजबूत नब्ज
India Today Hindi

मजबूत नब्ज

भारत सरीखे उपमहाद्वीप भर में फैले देश में अत्यंत घनी आबादी और संघीय राजनीति के साथ स्वास्थ्य की चुनौतियां बहुतेरी हैं और उपलब्धियां विभिन्न राज्यों में अलग-अलग. तिस पर भी बीते 75 साल में कई क्षेत्रों में कामयाबी हासिल की गई. उनमें शामिल हैं...

time-read
6 mins  |
January 04, 2023
पैदावार की प्रचुरता
India Today Hindi

पैदावार की प्रचुरता

पिछले 75 साल में भारत 'शिप टू माउथ' जैसी स्थिति से बाहर निकलकर खानपान की बुनियादी वस्तुओं के मामले में कमोबेश आत्मनिर्भर हो गया

time-read
5 mins  |
January 04, 2023
दुनिया के साथ रिश्ते
India Today Hindi

दुनिया के साथ रिश्ते

कूटनीति एक प्रक्रिया है; इसकी सफलता या असफलता कई बार किसी घटना के वर्षों बाद सामने आती है. हो सकता है, एक बड़ी जीत मानकर आज जिस कदम को सराहा जा रहा हो, बाद में उसे एक दृष्टिभ्रम या यहां तक कि पराजय के रूप में भी देखा जाए. इस सूची में विदेश नीति की कुछ ऐसी उपलब्धियां हैं जो वर्षों की तकनीकी प्रगति (जैसे, 1974 का शांतिपूर्ण परमाणु विस्फोट) या सैन्य शक्ति (1971 में बांग्लादेश में युद्धक्षेत्र की जीत या कारगिल युद्ध) का परिणाम हैं. हालांकि, दोनों तरह की उपलब्धियों में कूटनीति एक महत्वपूर्ण पहलू है. यह सूची उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने, लीक से हटकर सोचने और वैश्विक दबाव के बावजूद संतुलित रहने की भारतीय कूटनीतिक क्षमता की बानगी है.

time-read
4 mins  |
January 04, 2023
साहस और गौरव के निर्णायक पल
India Today Hindi

साहस और गौरव के निर्णायक पल

भारतीय सेना आजादी के दो महीने बाद ही राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए लड़े गए कई युद्धों और संघर्षों में से पहली जंग लड़ रही थी. मैंने उन लड़ाइयों पर नजर डाली है जो जीती गईं और जिन्होंने जंग के बाद भू-रणनीतिक परिदृश्य को प्रभावित किया तथा भारत की सरहदों को आकार देने में अहम योगदान दिया. भारत की सरहदों पर जोर देना जरूरी है क्योंकि अधिकतर युद्ध विवादित सीमाओं की वजह से ही हुए हैं. कुछ महत्वपूर्ण लड़ाइयों का उल्लेख न होने से पाठकों को झटका लग सकता है. 1962 की जंग पर विचार नहीं किया गया क्योंकि फोकस उन लड़ाइयों पर था जिन्हें भारत ने जीता. 1965 की हाजी पीर की जंग भी प्रबल दावेदार थी, लेकिन वह यहां जगह पाने से चूक गई क्योंकि उससे हासिल इलाके को जंग के बाद वापस लौटा दिया गया था.

time-read
6 mins  |
January 04, 2023
विशालकाय, मजबूत और ताकतवर
India Today Hindi

विशालकाय, मजबूत और ताकतवर

आजाद भारत के कुल विकास में पुख्ता असर वाली दस सरकारी परियोजनाएं

time-read
5 mins  |
January 04, 2023
कारोबारी साम्राज्यों के सम्राट
India Today Hindi

कारोबारी साम्राज्यों के सम्राट

भारत के औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए असाधारण कारोबारी उत्साह वाले और दूरदर्शी लोगों की जरूरत थी. पेश है टॉप 10 उद्योगपति जिन्होंने देश के धन सृजन में जबरदस्त योगदान दिया है

time-read
7 mins  |
January 04, 2023
कायाकल्प के कारक
India Today Hindi

कायाकल्प के कारक

भारत का कंगाली से खुशहाली का सफर बहुत उतार-चढ़ाव भरा रहा है. इन बेहद अहम फैसलों ने इसे गर्त और अतीत की उथल-पुथल के बीच रास्ता दिखाया और आधुनिक वैश्विक शक्ति केंद्र बनने में मदद की

time-read
7 mins  |
January 04, 2023
लोकतंत्र की ताकत
India Today Hindi

लोकतंत्र की ताकत

वे मोड़ जब जनभावना - और कभी-कभी एक व्यक्ति के उत्साहकी शक्ति ने राष्ट्र की प्रगति के पथ को बदल दिया

time-read
4 mins  |
January 04, 2023
'जिससे थिएटर भरेगा वैसा सिनेमा दिखाएंगे'
India Today Hindi

'जिससे थिएटर भरेगा वैसा सिनेमा दिखाएंगे'

तमिल फिल्मों के ऐक्टर-प्रोड्यूसर विशाल कृष्ण रेड्डी 22 दिसंबर को आ रही अपनी नई फिल्म लाठी, अपने फिल्मी परिवार और हिंदुस्तान में भाषायी सिनेमा की राजनीति पर.

time-read
1 min  |
December 28, 2022
मूवी बन गई मिशन
India Today Hindi

मूवी बन गई मिशन

नया प्रस्थान - पंद्रह साल पहले अपने शहर हिसार में थिएटर फेस्टिवल शुरू करवाते हुए शर्मा ने कहा था: “इब तो सुरुआत सै”. अब दादा लखमी उनकी हरियाणवी प्रतिबद्धता का नया प्रस्थान है. इसके जरिए उन्होंने पूरे हरियाणवी डायस्पोरा को भी छुआ है.

time-read
3 mins  |
December 28, 2022
आरबीआई के ब्याज दर बढ़ाने का आपके पैसे पर असर
India Today Hindi

आरबीआई के ब्याज दर बढ़ाने का आपके पैसे पर असर

ईएमआइ में बढ़ोतरी को देखते हुए कर्ज ले चुके लोगों को उसे लौटाने की अपनी रणनीति बदलने की जरूरत होगी

time-read
4 mins  |
December 28, 2022
पैसे से जुड़ी इन बेवकूफी भरी ग गलतियों से बचें
India Today Hindi

पैसे से जुड़ी इन बेवकूफी भरी ग गलतियों से बचें

पैसे गंवाकर अनुभव हासिल करना आम बात है. पेश हैं ऐसी वित्तीय गलतियां जिनसे आप सीख सकते हैं और ये सबक जिंदगी में नुक्सान से बचने में आपके लिए मददगार हो सकते हैं.

time-read
4 mins  |
December 28, 2022
इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वेक्षण उन्नत प्रदेश
India Today Hindi

इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वेक्षण उन्नत प्रदेश

भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सर्वाधिक सुधार वाले राज्यों के विशेष वार्षिक सर्वेक्षण के 20वें संस्करण में 12 श्रेणियों में उभरे कई नए विजेता. उन राज्यों की सफलता के मंत्रों का खुलासा.

time-read
8 mins  |
December 28, 2022
अब पेंशन का पहाड़
India Today Hindi

अब पेंशन का पहाड़

मुख्यमंत्री बनने की चुनौती तो पार कर ली लेकिन सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए हिमाचल प्रदेश चुनाव में किए गए अपनी पार्टी के वादे पूरे करना कहीं ज्यादा मुश्किल साबित हो सकता है

time-read
3 mins  |
December 28, 2022
भारी जिम्मेदारी
India Today Hindi

भारी जिम्मेदारी

भूपेंद्र पटेल और उनके मंत्रिमंडल ने जिस दिन शपथ ली, उनके आसपास हर तरफ सुकून भरी मुस्कानें बिखरी थीं. हो भी क्यों न, आखिरकार गुजरात के मतदाताओं ने सत्ता विरोधी रुझान की धारणा को धता बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा को अभूतपूर्व बहुमत जो दिया है.

time-read
5 mins  |
December 28, 2022
चलो इक बार फिर से एक हो जाएं
India Today Hindi

चलो इक बार फिर से एक हो जाएं

समाजवादी पार्टी में अपनी पार्टी का विलय कर शिवपाल यादव ने स्वीकार किया अखिलेश का नेतृत्व. अब अखिलेश के सामने शिवपाल के सम्मानजनक समायोजन की चुनौती

time-read
4 mins  |
December 28, 2022
तवांग में तीखी तकरार
India Today Hindi

तवांग में तीखी तकरार

भारत-चीन सीमा

time-read
3 mins  |
December 28, 2022
रौशनी बहुत है इस चिराग में
India Today Hindi

रौशनी बहुत है इस चिराग में

परेश मैती सरीखी कामयाबी कम ही चित्रकारों को नसीब होती है. अब उनकी नई एक्जिबिशन इनफाइनाइट लाइट को ही लीजिए. चार शहरों में जारी इस शो में उनके काम की मात्रा और कलात्मक साधना दोनों का गहरा मेल

time-read
1 min  |
December 21, 2022
जनता के संघर्ष की दास्तान
India Today Hindi

जनता के संघर्ष की दास्तान

पी. साईनाथ की नई किताब आजादी हासिल करने वाले साधारण महिलाओं - पुरुषों की असाधारण कहानियां बयां करती है

time-read
4 mins  |
December 21, 2022
खाकी के असली हीरो का बिहार चैप्टर
India Today Hindi

खाकी के असली हीरो का बिहार चैप्टर

हाल ही में आई वेब सीरीज खाकी: द बिहार चैप्टर लोगों को खूब पसंद आ रही है. मगर बिहार के अमित लोढ़ा नाम के जिस पुलिस अफसर की सच्ची कहानी पर यह सीरीज बनी है, वे इन दिनों जीवन के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे. बिहार पुलिस उनके खिलाफ कई अनियमितताओं की जांच कर रही है

time-read
5 mins  |
December 21, 2022