Vivek Jyoti - November 2024Add to Favorites

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I denne utgaven

1. पवित्रता ही स्त्री और पुरुष का सर्वप्रथम धर्म है : विवेकानन्द ४८६
2. देवी जगद्धात्री का स्वरूप (स्वामी ईशानन्द) ४८९
3. भगवान्निवासो मन्दिरम् (डॉ. सत्येन्दु शर्मा) ४९२
4. (बच्चों का आंगन) छोटा वैज्ञानिक आर्यन (श्रीमती मिताली सिंह) ४९५
5. इच्छा छोड़ो, दिव्य हो जायोगे (स्वामी सत्यरूपानन्द) ४९९
6. शास्त्रों में लोक महापर्व छठ (उत्कर्ष चौबे) ५०१
7. (युवा प्रांगण) जीवन-नौका की पथप्रदर्शिका : बुद्धिमत्ता
और प्रज्ञता (स्वामी गुणदानन्द) ५०५
8. भारतीय चिन्तन में शक्तितत्व (प्रो. युगल किशोर मिश्र) ५०८
9. पंजाबी साहित्यिक परम्परा में ‘आदिग्रन्थ’ का स्थान (ए.पी.एन.पंकज) ५१०
10. छत्तीसगढ़ का शिवरीनारायण मन्दिर (डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा) ५१६
11. भाई दूज (श्रीमती जगदीश्वरी चौबे) ५१८

Vivek Jyoti Magazine Description:

UtgiverRamakrishna Mission, Raipur

KategoriReligious & Spiritual

SpråkHindi

FrekvensMonthly

भारत की सनातन वैदिक परम्परा, मध्यकालीन हिन्दू संस्कृति तथा श्रीरामकृष्ण-विवेकानन्द के सार्वजनीन उदार सन्देश का प्रचार-प्रसार करने के लिए स्वामी विवेकानन्द के जन्म-शताब्दी वर्ष १९६३ ई. से ‘विवेक-ज्योति’ पत्रिका को त्रैमासिक रूप में आरम्भ किया गया था, जो १९९९ से मासिक होकर गत 60 वर्षों से निरन्तर प्रज्वलित रहकर यह ‘ज्योति’ भारत के कोने-कोने में बिखरे अपने सहस्रों प्रेमियों का हृदय आलोकित करती रही है । विवेक-ज्योति में रामकृष्ण-विवेकानन्द-माँ सारदा के जीवन और उपदेश तथा अन्य धर्म और सम्प्रदाय के महापुरुषों के लेखों के अलावा बालवर्ग, युवावर्ग, शिक्षा, वेदान्त, धर्म, पुराण इत्यादि पर लेख प्रकाशित होते हैं ।

आज के संक्रमण-काल में, जब भोगवाद तथा कट्टरतावाद की आसुरी शक्तियाँ सुरसा के समान अपने मुख फैलाएँ पूरी विश्व-सभ्यता को निगल जाने के लिए आतुर हैं, इस ‘युगधर्म’ के प्रचार रूपी पुण्यकार्य में सहयोगी होकर इसे घर-घर पहुँचाने में क्या आप भी हमारा हाथ नहीं बँटायेंगे? आपसे हमारा हार्दिक अनुरोध है कि कम-से-कम पाँच नये सदस्यों को ‘विवेक-ज्योति’ परिवार में सम्मिलित कराने का संकल्प आप अवश्य लें ।

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