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पहला दौर डॉक्टरों के नाम
ऐसा अक्सर नहीं होता कि सुप्रीम कोर्ट और वह भी भारत के प्रधान न्यायाधीश की पीठ जांच एजेंसी की तरफ से पेश स्टैटस रिपोर्ट से 'विचलित' हो जाए. मगर कोलकाता के सरकारी आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की जूनियर डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या ने प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ को 'विचलित' कर दिया.
सीमा पर उम्मीद की रेखा
एक बार फिर लद्दाख में भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) सुर्खियों में है जहां मई 2020 से भारतीय और चीनी सेनाओं की तैनाती को लेकर गतिरोध जारी है. रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने 13 सितंबर को सम्मेलन से इतर चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की.
शब्द हैं तो सब है
शब्द और साहित्य की जादुई दुनिया का जश्न मनाते लेखक-राजनेता शशि थरूर अपने निबंधों की किताब के साथ हाजिर
अब बड़ी भूमिका के लिए बेताब
दूरदराज की मंचीय प्रतिभाओं को निखारने का बड़ा प्लेटफॉर्म बनकर उभरा एमपीएसडी. नई सोच वाले निदेशक के साथ अब वह एक नई राह पर. लेकिन क्या वह एनएसडी जैसा मुकाम बना पाएगा?
डिजिटल डकैतों पर सख्त कार्रवाई
नया-नवेला जिला डीग तेजी से देश में ऑनलाइन ठगी का केंद्र बनता जा रहा था. राज्य सरकार और पुलिस की निरंतर कार्रवाई की वजह से राजस्थान के इस नए जिले में पिछले छह महीने के दौरान साइबर अपराध की गतिविधियों में आई काफी कमी
सनसनीखेज सफलता
पल में मजाकिया, पल में खौफनाक. हिंदी सिनेमा में हॉरर कॉमेडी फिल्मों का आया नया जमाना. चौंकने-डरने को बेताब दर्शकों के कंधों पर सवार होकर भूतों ने धूमधाम से की बॉक्स ऑफिस पर वापसी
ममता के लिए मुश्किल घड़ी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सरकार खिन्न और प्रदर्शन करते राज्य के लोगों का भरोसा के लिए अंधाधुंध कदम उठा रही है
ठोकने की यह कैसी नीति
सुल्तानपुर में जेवर की दुकान में डकैती के आरोपी मंगेश यादव को मुठभेड़ में मार डालने के बाद विपक्षी दलों के निशाने पर योगी सरकार. फर्जी मुठभेड़ एक बार फिर बनी मुद्दा
अग्निपरीक्षा की तेज आंच
अदाणी जांच में हितों के टकराव के आरोपों में घिरीं और अपने ही स्टाफ में उभरते विद्रोह से सेबी की मुखिया से ढेरों जवाब और खुलासों की दरकार
अराजकता के गर्त में वापसी
केंद्र और राज्य के निकम्मेपन से मणिपुर में नए सिरे से उठीं लपटें, अबकी बार नफरत की दरारें और गहरी तथा चौड़ी लगने लगीं, अमन बहाली की संभावनाएं असंभव-सी दिखने लगीं
अब आई मगरमच्छों की बारी
राजस्थान में 29 जुलाई, 2024 की दोपहर विधानसभा में राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) परीक्षा में पेपर लीक को लेकर सियासत गरमाई हुई थी. प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने पेपर लीक के मामलों को लेकर भजनलाल शर्मा सरकार पर यह आरोप जड़ दिया कि अभी तक सरकार ने छोटी-छोटी मछलियां पकड़ी हैं, मगरमच्छ तो अभी भी खुले घूम रहे हैं. इस हमले का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, \"आप बेफिक्र रहिए जल्द ही हम उन मगरमच्छों को भी पकड़ेंगे जो बाहर घूम रहे हैं.\"
नहरें: थीं तो बेशक ये पानी के ही लिए
सीवान शहर के पास जुड़कन गांव के कृष्ण कुमार अपने गांव में खुदी पतली-सी नहर की पुलिया पर बैठे मिले. ऐन नहर के किनारे उनका पंपसेट लगा था, जिससे वे अपने खेत की सिंचाई कर रहे थे. वे नहर के बारे में पूछते ही उखड़ गए और कहने लगे, \"50 साल पहले नहर की खुदाई हुई थी. हमारे बाप-दादा ने भी इसके लिए अपनी जमीन दी. हमारा दस कट्ठा जमीन इसमें गया. जमीन का पैसा मिल गया था. मगर इस नहर में एक बूंद पानी नहीं आया. सब जीरो हो गया, जीरो पानी आता तो क्या हमको पंपसेट में डीजल फूंकना पड़ता.\"
अंधविश्वास विरोधी कानून में हैं कुछ झोल
अगस्त में गुजरात ने औपचारिक रूप से काला जादू और ऐसी अमानवीय प्रथाओं को गैरकानूनी बना दिया. लेकिन मील का पत्थर बने जिस विधेयक ने मानव बलि, क्रूर प्रथाओं के कानून को मुमकिन बनाया उसे अभी एक शुरुआत ही माना जा रहा है.
जानलेवा बहाली
अगस्त की 29 तारीख को जब सुमित यादव घर से निकले तो उन्होंने अपनी मां रूबी देवी से जाते-जाते कहा, “गे हम पुलिस बनिये जेई (मां, मैं पुलिस बनकर ही रहूंगा).\" झारखंड के गोड्डा जिले में एक गांव है केरवार. इसी गांव का यह इंटर का छात्र उस दिन अपने घर से 146 किलोमीटर दूर गिरिडीह जिले में चल रहे उत्पाद विभाग के सिपाही पद पर बहाली के लिए आयोजित दौड़ में हिस्सा लेने वहां पहुंचा था.
मुफ्ती कुनबे की अगली पीढ़ी की बारी
तकरीबन 60 साल बीत चुके हैं मगर फातिमा की सियासी निष्ठा कभी भी नहीं डगमगाई. पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की घोर समर्थक फातिमा को आज भी उस दिन की धुंधली सी याद है जब 1967 के चुनाव में अनंतनाग जिले के बिजबेहारा से पहली बार जीतकर मुफ्ती विधानसभा पहुंचे थे.
पहले भीतर की लड़ाई
मार्च 2005 में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में करीब एक हफ्ते तक तनावपूर्ण बैठकों का दौर चला, जिसके बाद पार्टी ने 57 वर्षीय भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप दी. साथ ही इस कुर्सी पर तीन बार के पूर्व सीएम भजनलाल का दावा कमजोर साबित हुआ, जो उस समय 74 वर्ष के थे.
एक रंगकर्मी का त्रिभुवन संसार
अभिनेता, लेखक, निर्देशक और यायावर मानव कौल अपने मशहूर नाटकों, लेखन और लिखने के दर्शन पर
बुद्ध की धरती पर चरथ भिक्खवे
जब शांति से ठहर कर गौतम बुद्ध ने भिक्षुओं से लगातार चलते रहने को कहा, तब वह कैसा 'चलते रहना' था. बुद्ध के इस 'चरथ भिक्खवे' (निरंतर भ्रमण) में नत्थी था बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय. विचार का एक पहलू यह भी कि जब तक सबका हित और सुख सुनिश्चित नहीं होता, आप ठहर ही कैसे सकते हैं.
बाघों के बीहड़ में एक जांगलिंक
महज तीस साल की उम्र में वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर आरजू खुराना ने देश के सभी 55 टाइगर रिजर्व में घूमकर जो अनुभव साझा किए वे कई सवालों के जवाब हैं. लेकिन इसके साथ कई सवाल भी उपजते हैं जो जरूरी और मौजूं हैं
अब चूके तो...लाइलाज
ट्यूबरकुलोसिस या तपेदिक को 2025 तक जड़ से खत्म करने के लिए भारत के पास ज्यादा वक्त नहीं. ऐसे में दवाओं के एक नए विकल्प ने उम्मीद पैदा की. मगर बेहद जरूरी यानी बुनियादी दवाओं की लगातार कमी से सारे किए धरे पर पानी फिरने और दवा का प्रतिरोध बढ़ने का खतरा
देसी खिलौनों का जलवा
नीतिगत प्रोत्साहन से भारत के खिलौना उद्योग ने रफ्तार तो पकड़ ली पर उन्नत इंजीनियरिंग और बड़े पूंजी निवेश के अभाव में इसकी पूरी क्षमता का दोहन नहीं हो पा रहा है
पनडुब्बी हासिल करने का महा-अभियान
भारत का पनडुब्बी हासिल करने का बड़ा कार्यक्रम प्रोजेक्ट 75 (आइ) पूरे जोर-शोर से आगे बढ़ रहा है. दूसरी ओर चीन का बढ़ता हुआ पनडुब्बी बेड़ा हिंद महासागर तक आ पहुंचा है. ऐसे में भारत को अब इन्हें हासिल करने की रफ्तार और तेज करनी होगी
कहां ठहर गया महादलित प्रयोग
एससी आरक्षण में उप-वर्गीकरण सुप्रीम कोर्ट के सुझाव से पहले बिहार सरकार ने 2007 में महादलित वर्ग बना दिया था. 22 में से 18 वंचित दलित जातियों के विकास के लिए अलग योजनाएं शुरू की गईं. मगर यह प्रयोग अब तक बेनतीजा
इंसानों से क्यों भिड़ रहे भेड़िए
बहराइच की महसी तहसील में भेड़ियों ने अब तक 10 लोगों को अपना निवाला बनाया तो वहीं 35 से अधिक लोगों को घायल कर दिया. भेड़ियों के व्यवहार में आए अनायास परिवर्तन से चकित हैं वन्य जीव विशेषज्ञ
अपने ही घर में डर कर लुटते लोग
वीडियो कॉल के जरिए मुकदमे का भय दिखाकर गिरफ्तारी से बचाने के नाम पर लोगों को डिजिटल अरेस्ट करने और फिर मोटी रकम ऐंठने की आपराधिक घटनाएं एकाएक बढ़ीं. इसके लिए अपराधियों की स्मार्टनेस और उससे ज्यादा लोगों की अज्ञानता जिम्मेदार
भगवा मंथन
लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन के बाद भाजपा और संघ परिवार अपना दमखम वापस पाने के लिए क्या-क्या जतन कर रहे हैं
आदिम जनजाति के हलक में गंदा पानी
झारखंड हाइकोर्ट ने 26 अगस्त को एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान राज्य के संथाल परगना के इलाकों में बांग्लादेशी अवैध घुसपैठियों की जानकारी मांगी, तो संथाल इलाके में आने वाले छह जिलों पाकुड़, साहिबगंज, दुमका, गोड्डा, देवघर और जामताड़ा के जिलाधिकारियों ने कहा कि एक भी घुसपैठिया नहीं है. कोर्ट ने पूछा कि तब आदिवासियों की जनसंख्या क्यों घट रही है, इसका जवाब दीजिए. अधिकारी जवाब तैयार कर रहे हैं. पर शायद जवाब है संथाल परगना में आदिवासियों को मिल रहा गंदा पानी.
मदरसों पर तनी नजरें
मध्य प्रदेश में मदरसे जांच के दायरे में हैं. राज्य सरकार का स्कूल शिक्षा विभाग मुख्यतः इस्लामी शिक्षा देने वाले 24 मदरसों के कामकाज की जांच कर रहा है. दो खास मुद्दों की वजह से यह कदम उठाया गया है- एक, अभिभावकों की मंजूरी लिए बिना मदरसों में गैर-मुस्लिम बच्चों को पढ़ाने का आरोप, और दूसरा, ऐसे कथित छात्र जो दरअसल हैं ही नहीं मगर सरकारी सहायता हासिल करते रहने के लिए उनके नाम कथित तौर पर कुछ मदरसों के हाजिरी रजिस्टर में रखे गए हैं.
अलगाववादी भी आजमा रहे किस्मत
कभी आतंकवाद का गढ़ रहे दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में बड़ा बदलाव नजर आ रहा है. विधानसभा चुनाव के मौसम में उत्साह का माहौल है. ओधुरा गांव में सुबह की खिली धूप के बीच एक छोटे-से गश्ती दस्ते ने मुख्य सड़क पर उत्सुकता के साथ जुटी भीड़ की सुरक्षा पर पैनी नजर बना रखी है. उन्हें राजनीतिशास्त्र में एमफिल कर चुके 42 वर्षीय सयार अहमद रेशी का इंतजार है, जो कुलगाम से चुनाव मैदान में उतरे प्रतिबंधित जमात-एइस्लामी (जेईआइ) के उम्मीदवार हैं. अतीत में बहिष्कार का चलन था, मगर इस बार जमात और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस नेताओं समेत करीब दर्जनभर 'अलगाववादी' चुनाव मैदान में हैं. उनमें एक रेशी भी हैं.
पिनाराई की परेशानी
जब खूबसूरती से भरपूर केरल की धरती पर मॉनसून की तेज धार कहर बरपा रही है तो राज्य के सियासी गलियारों ज में अलग तरह का तूफान मचा है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेतृत्व वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार विवादों की बाढ़ में फंसी हुई है.