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अंधविश्वास विरोधी कानून में हैं कुछ झोल
अगस्त में गुजरात ने औपचारिक रूप से काला जादू और ऐसी अमानवीय प्रथाओं को गैरकानूनी बना दिया. लेकिन मील का पत्थर बने जिस विधेयक ने मानव बलि, क्रूर प्रथाओं के कानून को मुमकिन बनाया उसे अभी एक शुरुआत ही माना जा रहा है.
जानलेवा बहाली
अगस्त की 29 तारीख को जब सुमित यादव घर से निकले तो उन्होंने अपनी मां रूबी देवी से जाते-जाते कहा, “गे हम पुलिस बनिये जेई (मां, मैं पुलिस बनकर ही रहूंगा).\" झारखंड के गोड्डा जिले में एक गांव है केरवार. इसी गांव का यह इंटर का छात्र उस दिन अपने घर से 146 किलोमीटर दूर गिरिडीह जिले में चल रहे उत्पाद विभाग के सिपाही पद पर बहाली के लिए आयोजित दौड़ में हिस्सा लेने वहां पहुंचा था.
मुफ्ती कुनबे की अगली पीढ़ी की बारी
तकरीबन 60 साल बीत चुके हैं मगर फातिमा की सियासी निष्ठा कभी भी नहीं डगमगाई. पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की घोर समर्थक फातिमा को आज भी उस दिन की धुंधली सी याद है जब 1967 के चुनाव में अनंतनाग जिले के बिजबेहारा से पहली बार जीतकर मुफ्ती विधानसभा पहुंचे थे.
पहले भीतर की लड़ाई
मार्च 2005 में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में करीब एक हफ्ते तक तनावपूर्ण बैठकों का दौर चला, जिसके बाद पार्टी ने 57 वर्षीय भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप दी. साथ ही इस कुर्सी पर तीन बार के पूर्व सीएम भजनलाल का दावा कमजोर साबित हुआ, जो उस समय 74 वर्ष के थे.
एक रंगकर्मी का त्रिभुवन संसार
अभिनेता, लेखक, निर्देशक और यायावर मानव कौल अपने मशहूर नाटकों, लेखन और लिखने के दर्शन पर
बुद्ध की धरती पर चरथ भिक्खवे
जब शांति से ठहर कर गौतम बुद्ध ने भिक्षुओं से लगातार चलते रहने को कहा, तब वह कैसा 'चलते रहना' था. बुद्ध के इस 'चरथ भिक्खवे' (निरंतर भ्रमण) में नत्थी था बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय. विचार का एक पहलू यह भी कि जब तक सबका हित और सुख सुनिश्चित नहीं होता, आप ठहर ही कैसे सकते हैं.
बाघों के बीहड़ में एक जांगलिंक
महज तीस साल की उम्र में वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर आरजू खुराना ने देश के सभी 55 टाइगर रिजर्व में घूमकर जो अनुभव साझा किए वे कई सवालों के जवाब हैं. लेकिन इसके साथ कई सवाल भी उपजते हैं जो जरूरी और मौजूं हैं
अब चूके तो...लाइलाज
ट्यूबरकुलोसिस या तपेदिक को 2025 तक जड़ से खत्म करने के लिए भारत के पास ज्यादा वक्त नहीं. ऐसे में दवाओं के एक नए विकल्प ने उम्मीद पैदा की. मगर बेहद जरूरी यानी बुनियादी दवाओं की लगातार कमी से सारे किए धरे पर पानी फिरने और दवा का प्रतिरोध बढ़ने का खतरा
देसी खिलौनों का जलवा
नीतिगत प्रोत्साहन से भारत के खिलौना उद्योग ने रफ्तार तो पकड़ ली पर उन्नत इंजीनियरिंग और बड़े पूंजी निवेश के अभाव में इसकी पूरी क्षमता का दोहन नहीं हो पा रहा है
पनडुब्बी हासिल करने का महा-अभियान
भारत का पनडुब्बी हासिल करने का बड़ा कार्यक्रम प्रोजेक्ट 75 (आइ) पूरे जोर-शोर से आगे बढ़ रहा है. दूसरी ओर चीन का बढ़ता हुआ पनडुब्बी बेड़ा हिंद महासागर तक आ पहुंचा है. ऐसे में भारत को अब इन्हें हासिल करने की रफ्तार और तेज करनी होगी
कहां ठहर गया महादलित प्रयोग
एससी आरक्षण में उप-वर्गीकरण सुप्रीम कोर्ट के सुझाव से पहले बिहार सरकार ने 2007 में महादलित वर्ग बना दिया था. 22 में से 18 वंचित दलित जातियों के विकास के लिए अलग योजनाएं शुरू की गईं. मगर यह प्रयोग अब तक बेनतीजा
इंसानों से क्यों भिड़ रहे भेड़िए
बहराइच की महसी तहसील में भेड़ियों ने अब तक 10 लोगों को अपना निवाला बनाया तो वहीं 35 से अधिक लोगों को घायल कर दिया. भेड़ियों के व्यवहार में आए अनायास परिवर्तन से चकित हैं वन्य जीव विशेषज्ञ
अपने ही घर में डर कर लुटते लोग
वीडियो कॉल के जरिए मुकदमे का भय दिखाकर गिरफ्तारी से बचाने के नाम पर लोगों को डिजिटल अरेस्ट करने और फिर मोटी रकम ऐंठने की आपराधिक घटनाएं एकाएक बढ़ीं. इसके लिए अपराधियों की स्मार्टनेस और उससे ज्यादा लोगों की अज्ञानता जिम्मेदार
भगवा मंथन
लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन के बाद भाजपा और संघ परिवार अपना दमखम वापस पाने के लिए क्या-क्या जतन कर रहे हैं
आदिम जनजाति के हलक में गंदा पानी
झारखंड हाइकोर्ट ने 26 अगस्त को एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान राज्य के संथाल परगना के इलाकों में बांग्लादेशी अवैध घुसपैठियों की जानकारी मांगी, तो संथाल इलाके में आने वाले छह जिलों पाकुड़, साहिबगंज, दुमका, गोड्डा, देवघर और जामताड़ा के जिलाधिकारियों ने कहा कि एक भी घुसपैठिया नहीं है. कोर्ट ने पूछा कि तब आदिवासियों की जनसंख्या क्यों घट रही है, इसका जवाब दीजिए. अधिकारी जवाब तैयार कर रहे हैं. पर शायद जवाब है संथाल परगना में आदिवासियों को मिल रहा गंदा पानी.
मदरसों पर तनी नजरें
मध्य प्रदेश में मदरसे जांच के दायरे में हैं. राज्य सरकार का स्कूल शिक्षा विभाग मुख्यतः इस्लामी शिक्षा देने वाले 24 मदरसों के कामकाज की जांच कर रहा है. दो खास मुद्दों की वजह से यह कदम उठाया गया है- एक, अभिभावकों की मंजूरी लिए बिना मदरसों में गैर-मुस्लिम बच्चों को पढ़ाने का आरोप, और दूसरा, ऐसे कथित छात्र जो दरअसल हैं ही नहीं मगर सरकारी सहायता हासिल करते रहने के लिए उनके नाम कथित तौर पर कुछ मदरसों के हाजिरी रजिस्टर में रखे गए हैं.
अलगाववादी भी आजमा रहे किस्मत
कभी आतंकवाद का गढ़ रहे दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में बड़ा बदलाव नजर आ रहा है. विधानसभा चुनाव के मौसम में उत्साह का माहौल है. ओधुरा गांव में सुबह की खिली धूप के बीच एक छोटे-से गश्ती दस्ते ने मुख्य सड़क पर उत्सुकता के साथ जुटी भीड़ की सुरक्षा पर पैनी नजर बना रखी है. उन्हें राजनीतिशास्त्र में एमफिल कर चुके 42 वर्षीय सयार अहमद रेशी का इंतजार है, जो कुलगाम से चुनाव मैदान में उतरे प्रतिबंधित जमात-एइस्लामी (जेईआइ) के उम्मीदवार हैं. अतीत में बहिष्कार का चलन था, मगर इस बार जमात और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस नेताओं समेत करीब दर्जनभर 'अलगाववादी' चुनाव मैदान में हैं. उनमें एक रेशी भी हैं.
पिनाराई की परेशानी
जब खूबसूरती से भरपूर केरल की धरती पर मॉनसून की तेज धार कहर बरपा रही है तो राज्य के सियासी गलियारों ज में अलग तरह का तूफान मचा है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेतृत्व वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार विवादों की बाढ़ में फंसी हुई है.
जीडीपी की हकीकत आखिर क्या
यह डर 30 अगस्त को सच साबित हो गया कि देश की अर्थव्यवस्था 7 फीसद से अधिक की वृद्धि दर को बरकरार रख पाने में असमर्थ हो सकती है. उस दिन वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के वृद्धि के आंकड़े घोषित किए गए. वास्तविक जीडीपी वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में सिर्फ 6.7 फीसद की दर से बढ़ी, जो साल भर पहले इसी तिमाही में 8.2 फीसद की दर से बढ़ी थी. मौजूदा दर पांच तिमाहियों में सबसे वृद्धि दर थी (इससे पिछली चार तिमाहियों में अर्थव्यवस्था 7 फीसद से अधिक की दर से बढ़ी थी) और भारतीय रिजर्व बैंक समेत कई एजेंसियों की उम्मीदों से कम थी. रिजर्व बैंक ने पहली तिमाही में वृद्धि दर 7.1 फीसद रहने का अनुमान लगाया था.
मूर्ति के ढहने का अंजाम
छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिर जाने का शायद इससे बुरा वक्त नहीं हो सकता था. महज आठ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मूर्ति का अनावरण किया था. विधानसभा चुनाव से बस कुछेक महीने पहले इसके गिरने से सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन मुश्किल में पड़ गया है और विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के लिए सरकार से दो-दो हाथ करने की माकूल स्थिति बन गई है.
दिग्गजों के सामने दिखाया दम
पुणे की युवा तबलावादक साबनी तलवलकर उस्ताद जाकिर हुसैन के सामने बजाने, जेंडर दायरे और संगीत में सोशल मीडिया पर
प्रयोग जो बन चला परंपरा
क्यों न गांवों में ही लाइब्रेरी खोली जाएं! सीएसआर की पूंजी के साथ एक पुलिस अफसर का शुरू किया गया उपक्रम ग्रामीण हरियाणा के हजारों नौजवानों के लिए बन गया वरदान
श्रीलंका के लिए आखिरी मौका
श्रीलंका 21 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव में उतरने के लिए कमर कस रहा. 2022 के आर्थिक पतन से अब भी वह पूरी तरह उबर नहीं पाया है. ऐसे में यह चुनाव उसके लिए निर्णायक अवसर
धूल झाड़कर पार्टी फिर से मैदान में
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं लेकिन उनके नायब मनीष सिसोदिया बाहर आ चुके हैं जिससे आने वाले विधानसभा चुनाव में आप की उम्मीदों को हौसला मिला है. संकटों से घिरी पार्टी अब आगे की रणनीति बनाने में जुटी
हिंदुत्व का नया झंडाबरदार
मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा का असमिया संस्कृति के संरक्षण को हिंदू पहचान जोड़कर ध्रुवीकरण करने वाला नैरेटिव असम के सियासी फलक को लगातार नए सिरे से गढ़ रहा. इसने सामाजिक खाई को भी गहरा किया
अब नजर से उतरने का अंदेशा
मुसलमान कह रहे हैं कि राजद का मुस्लिम-यादव समीकरण बस नाम का रह गया है. मुसलमान जनसुराज, एमआइएम और पप्पू यादव जैसे विकल्पों की तलाश में हैं. अब राजद भी इन्हें मनाने को मजबूर
गले में फंस गया क ख ग
कोर्ट के आदेश से दोबारा जारी होगी 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती की मेरिट सूची. आरक्षण के प्रावधानों को समुचित रूप से लागू न करने से हुई यूपी सरकार की किरकिरी
वादी को वादा निभाने का इंतजार
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए तैयार. यहां हाथ मिलाने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने गठबंधन कर अपनी संभावनाओं को बल दिया
यौ दंगल तो सीद्धा सै
एक दशक से सत्ता पर काबिज भाजपा अपने इस जाट गढ़ को फिर से मजबूत हो रही कांग्रेस से बचाने की कोशिश कर रही. उधर कांग्रेस अपनी अंदरूनी कलह से हलकान
कार्यस्थल पर स्त्री सुरक्षा - क्या-क्या करें उपाय
कोलकाता में बलात्कार और हत्या की जघन्य वारदात ने एक बार फिर जाहिर किया कि देश में काम करने की जगहें महिलाओं के लिए कितनी असुरक्षित हैं, उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात के लिए संबंधित पक्षों के लिए एक ढोस-सा ब्लूप्रिंट