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"आपस में प्यार से न रह पाना पर्यावरण के लिए क्षति है” सृष्टि लखेरा
सृष्टि 10 सालों से फिल्मी दुनिया से जुड़ी हुई हैं और पहाड़ों के दर्द को समझती हैं. पहाड़ों से लगातार खाली हो रहे गांव जैसे संवेदनशील विषय को निर्देशक सृष्टि लखेरा ने फिल्म के जरिए बताने की कोशिश की है.
दोनों तरफ से आग
बीवी के असमय गुजर जाने के बाद अकेले रह रहे श्यामजी का दिल कामवाली लक्ष्मी पर आ गया. एक दिन मौका पा कर उन्होंने उस का हाथ पकड़ लिया और बैडरूम की ओर ले जाने लगे...
पतिपत्नी में जब हो विचारों का भेद
यह सच है कि विचारों के भेद आपस में टकराव पैदा करते हैं पर बात जब जीवनसाथी के विचारों से भेद की हो तो समस्या ज्यादा खड़ी हो जाती है.
एलिवेटेड सड़कों से गरीब बस्तियों को छिपाया
ट्रैफिक की समस्या से छुटकारा पाने का आसान उपाय एलिवेटेड सड़कें भले हों पर इन सड़कों ने अमीरीगरीबी की एक और समस्या पैदा की है जिस बारे में लोग सोच नहीं पा रहे.
न्यूज चैनल नहीं धार्मिक चैनल
आज मुख्यधारा के अधिकतर न्यूज चैनल जनता के हितों की खबरें दिखाने की जगह धर्म और सत्ता पक्ष का प्रचार करने में जुटे हैं. यह बिना सरकार, नेताओं और पूंजीपतियों के संभव नहीं. ऐसा कर के वे देश के लोकतंत्र को खाई में धकेलने का काम ही कर रहे हैं.
जिद्दी बच्चों से कैसे निबटें
जिद्दी बच्चे चाहे छोटे हों या बड़े, उन से डील करना पेरेंट्स के लिए बहुत बड़ा चैलेंज होता है. बच्चा अगर शुरू से जिद्दी है तो डेली लाइफ की चीजें, जैसे सोना, खाना या नहाना उन के साथ रोज का एक युद्ध बन जाता है.
गिरता बाजार डरना जरूरी
केंद्र सरकार की आर्थिक (कु)नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था दिनोंदिन गिरती जा रही है जिसे कंट्रोल करना फिलहाल अब उस के खुद के वश में भी नहीं है. वहीं, अपनी तानाशाही प्रवृत्ति के चलते सत्ता पर काबिज भगवा सरकार विशेषज्ञों से सलाह लेने से भी हिचक रही है. ऐसे में देशवासियों को चौकन्ना होना बहुत जरूरी हो गया है.
नरक पुराण
धर्म की दुकानदारी के 2 बड़े प्रोडक्ट काल्पनिक स्वर्ग व काल्पनिक नर्क हैं. नर्क का इतना वीभत्स चित्रण धार्मिक साहित्य में है कि लोग इस के बारे में सुन कर कांप उठते हैं और यातनाओं से बचने के लिए दानदक्षिणा यानी घूस देने को आसानी से तैयार हो जाते हैं. दुकान चलती रहे, इसलिए कोई इन ढकोसलों का विरोध नहीं करता.
हिंदी में मैडिकल की पढ़ाई केवल स्टंट
मैडिकल पढ़ाई का कचरा हिंदी की आड़ ले कर किए जाने का विमोचन हो चुका है. भगवा गैंग नहीं चाहता कि अब और काबिल डाक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक पैदा हों क्योंकि उस का काम तो अर्धशिक्षितों से चलता है. इस फैसले के चलते मैडिकल की डिग्री हलकी होने जा रही है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस की कोई पूछपरख नहीं रह जाएगी.
यूनिफौर्म सिविल कोड न यूनिफौर्म होगा न सिविल होगा न कोड होगा सिर्फ लौलीपौप होगा
विवाह, उत्तराधिकार और विवाह विच्छेद यानी तलाक के मसलों को हल करने के लिए यूनिफौर्म सिविल कोड को बनाने का शिगूफा लंबे समय से छोड़ा जा रहा है, जबकि इन मसलों को हल करने के लिए स्पैशल मैरिज एक्ट यानी विशेष विवाह कानून देश में 1954 से लागू है. ऐसे में यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात करना बेमानी है. जरूरत यह है कि स्पैशल मैरिज एक्ट को ही माना जाए और बाकी विवाह कानूनों की मान्यता खत्म कर दी जाए. इस के बाद यूनिफौर्म सिविल कोड जैसे किसी कानून की जरूरत नहीं रहेगी.
मैं और मच्छर
कोरोनाकाल में तालीथाली बजाने के बाद हम ने कोरोना को भगा दिया है तो ये मच्छर क्या चीज हैं. अब मच्छरों से डेंगू हो या मलेरिया, जब सबकुछ रामभरोसे है तो मेरी तरह आप भी इन मच्छरों से क्यों नहीं दोस्ती कर लेते?
“इंसान के अंदर का धैर्य ही उस का काम करवाता है” सतराम रमानी
सतराम रमानी की पहचान ट्रैंड से अलग विषय पर फिल्म बनाने वाले निर्देशक की है. अपनी फिल्मों में वे समाज में स्थापित टैबू को तोड़ने का काम करते हैं. वे अब प्लस साइज महिलाओं की लाइफ पर फिल्म ले कर आए हैं.
जीवन में ताजगी रोमांस के साथ
पतिपत्नी के बीच अच्छे रिश्ते का होना एक सुखद एहसास होता है जिसे इस दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति पाना चाहता है. इस रिश्ते में रोमांस ही है जो पतिपत्नी के बीच की बौंडिंग को और ज्यादा मजबूत बनाता है.
बच्चों को आगे बढ़ने का मौका दें
बच्चों के भविष्य को दिशा देने के लिए जरूरी है कि पेरैंट्स उन्हें किसी एक चीज में दक्ष करें और उस के लिए बचपन से ही प्रयास किए जाएं. बच्चे की जिस चीज में रुचि है, अगर उस विषय में उसे आगे बढ़ने का मौका मिले तो वह सफल हो सकता है.
जब बीवी छोड़ जाए
पति व पत्नी में खटपट तो हर घर में होती है, लेकिन जब झगड़े इतने बढ़ जाएं कि पत्नी अपना घर छोड़ कर मायके चली जाए या तलाक ले ले तो इस का ज्यादा खमियाजा पति को ही भुगतना पड़ता है जो हर काम के लिए पत्नी पर आश्रित रहा है.
चुपके से डसता है डीवीटी
डीप वेन थ्रोम्बोसिस ऐसा रोग है जिस के चलते शरीर में कहीं किसी नस के भीतर रक्त का थक्का बन जाता है. डीवीटी ज्यादातर निचले पैर या जांघ में होता है, हालांकि यह कभीकभी शरीर के अन्य भागों में भी हो सकता है.
खिलौना है औरत
समाज में कुछकुछ बदलाव तो दिख रहा है पर महिलाओं के प्रति जिस तरह के बदलाव की उम्मीद थी वह अभी संभव नहीं हो पाई है. देश में बढ़ रहे महिला अपराध के मामले तो यही बताते हैं कि तरक्की की राह में महिलाओं के रास्ते अभी भी कांटोंभरे हैं.
समय की जरूरत सिटी सरकार
आम शहरी लोगों की जिंदगी में सांसद या विधायक की जगह पार्षदों की भूमिका ज्यादा अहम होती है. पार्षद ही हैं जो महल्ले की छोटीबड़ी चीजों के लिए जनता से सीधे जुड़ते हैं. पार्षद आसानी से उपलब्ध भी होते हैं. क्या अब वक्त नहीं आ गया है कि इन के बल पर सिटी बनाई जाए.
क्यों होती हैं मोरबी जैसी घटनाएं
बढ़ते शहरीकरण ने देश में कंक्रीट के ऐसे जंगल खड़े कर दिए हैं जिस ने लोगों से उन के घरों के आसपास घूमने की जगहें छीन ली हैं. छुट्टियों के दिन सार्वजनिक स्थानों पर अत्यधिक भीड़ का उमड़ना यानी मोरबी जैसी घटनाएं इसी का नतीजा है.
खरबों का भक्तिलोक
धर्म सत्ता पाने और उसे हथियाए रखने का सब से आसान जरिया है. इस के लिए जरूरत भक्ति का माहौल बनाए रखने की है. पूरे देश में मुद्दे की बात कोई नहीं कर रहा. भक्ति पर अरबों रुपए बरबाद किए जा रहे हैं और जनता अभावों को दरकिनार कर इस नशे में झूम रही है.
नंबरों के रैंक में फंसा जीवन
आजकल अंक बहुत माने हो गए हैं जिस के लिए कई व्यवसाय फलफूल रहे हैं. पेरैंट्स और बच्चों को यह समझना होगा कि कागज का एक टुकड़ा किसी के ज्ञान और व्यक्तित्व की कसौटी नहीं हो सकता, भले ही उस में कितने ही अंक क्यों न टंके हों.
सज़ा थी नोटबंदी
8 नवंबर हर साल एक महायातना की याद दिलाता है जब पूरे देश के नागरिकों की जमापूंजी को नरेंद्र मोदी के एक भाषण से सरकार ने एक तरह से अपराध का पैसा मान कर जब्त कर लिया था.
प्रेस वाला
बाप के गुस्सा होने पर धर्मवीर ने अपनी बीवी मिनी के साथ घर छोड़ दिया, यह उस की जिद थी या सरकारी बाबू बनने का घमंड पर अलग रह कर उसे एहसास हो गया कि उस ने गलती कर दी है.
“लिखते समय संवेदनशीलता जरूरी” आर बाल्की
लंबे अनुभव और सधे मिजाज के आर बाल्की ने निर्देशक के तौर पर फिल्म इंडस्ट्री को बेहतरीन फिल्में दी हैं. उन की फिल्में क्रिटिक्स में सराही जाती हैं. वे अपने काम को संजीदा मानते हैं और फिल्म की मौलिकता पर जोर देते हैं. इस समय वे फिल्म 'चुप' को ले कर चर्चा में हैं.
कैसी बीवी चाहिए सुंदर या गुणवान
हर कोई चाहता है कि उस की जीवनसंगिनी बला की खूबसूरत हो. जब युवक शादी के लिए लड़की देखने जाता है तब उस की हां खूबसूरती पर आ कर टिकती है, हालांकि, जरूरी नहीं कि हर सुंदर लड़की गुणवान भी हो.
सर्वाइकल कैंसर जांच करवाने में हिचक क्यों
आज पूरी दुनिया में हर दस में से एक महिला सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित है. इस भयानक आंकड़े के बावजूद महिलाएं इस की जांच कराने में हिचकती हैं. ऐसे मामलों में जितनी सावधानी बरती जाए कम है, वरना परिणाम घातक हो सकते हैं.
मानसिक रोग के कानूनी उपचार
कानून मानसिक रोग से पीड़ित व्यक्ति द्वारा किए गए अपराध को इस आधार पर माफ करता है कि वह अपराध की प्रकृति और परिणाम समझने में असमर्थ है पर उसे उकसाने वाले व्यक्ति को वही दंड दिया जाता है. मानसिक रोगियों के अपराध को ले कर कानून में क्या कानूनी उपचार हैं, जानें.
फलताफूलता सैक्स टूरिज्म
सैक्स की तलाश में लोग विदेशों में जहां घूमने जाते हैं उसे सैक्स टूरिज्म कहा जाता है. अब भारत के कुछ शहर धीरेधीरे विदेशों के उन शहरों की कैटेगरी में आ रहे हैं। जहां बड़े पैमाने पर जिस्मफरोशी का धंधा फलफूल रहा है.
बच्चों की परवरिश में 24 घंटे न लगाएं
अकसर बच्चा होने के बाद सारी परवरिश की जिम्मेदारी महिलाओं पर आ पड़ती है. ऐसे में वे खुद के डैवलपमैंट पर ध्यान नहीं दे पाती हैं. जरूरी है कि महिलाएं कुछ समय अपनी ग्रोथ के लिए जरूर निकालें.
साउथ एशिया में बाढ़ की समस्या
अमीर व्यक्ति शहरों के बीचोंबीच सुरक्षित और महंगी जमीनों पर अपनी रिहाइश बनाते हैं जबकि नदीनालों के नजदीक सस्ती जमीनों पर बसे गरीबों को बाढ़ के खतरे और नुकसान झेलने पड़ते हैं. दुनियाभर में बाढ़ से गरीब आदमी ही तबाह होते हैं, मगर उन की कराह सरकार के नक्कारखाने में तूती की आवाज बन कर रह जाती है.