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जन्म के बाद भी पता नहीं लड़का है या लड़की
हार्मोंस असंतुलन के कारण मध्यलिंगी बच्चों की उत्पत्ति कोई असामान्य बात नहीं है , लेकिन समाज में ऐसे लोगों को कई तरह के तिरस्कार सहने पड़ते हैं . ऐसे में यह एक शोचनीय विषय है .
चार सुनहरे दिन
रेखा को जब प्रदीप जैसे स्मार्ट नवयुवक का साथ मिला तो उसे लगा मानो बिन मांगे ही सारे जहां की खुशियां मिल गईं. तभी तो उसे पाने के लिए रेखा ने अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया. लेकिन आखिर में उस ने पाया क्या ?
ऐसा भी होता है
मै हाई स्कूल में पढ़ता था. केरल में मेरी कक्षा में मेरा नेपाली मित्र सुलभ था . एक दिन उस ने मुझ से शर्त रखी
उन्मुक्त
व्यक्ति शरीर से बूढ़ा होता है , मन से नहीं. प्रोफैसर सोहन लाल में भी मन से वृद्धावस्था ही नहीं , तन से भी अपने में जवानों सा जोश , उत्साह महसूस करते थे. जीवन में अपनी इच्छाओं को दबा कर जीना उन्हें मंजूर न था .
आशा का दीप
वक्त ने कितनी अजीब स्थिति में डाल दिया था वैभवी को. खुशियां उस के आगे हाथ पसारे खड़ी थीं लेकिन वह उन्हें थाम नहीं सकती थी. यह कैसा खेल था नियति का .
अनजाना बोझ
व्यक्ति की जिंदगी में कभीकभी ऐसा घटित हो जाता है जिस से उस की जिंदगी ही बदल जाती है . एसपी अमित आज प्रतिष्ठित पद पर आसीन थे . लेकिन यहां तक पहुंचने के पीछे की कहानी कोई नहीं जानता था .
'सही कौमेडी फिल्म चुनना मेरे लिए चुनौती होती है' अनिल कपूर
बौलीवुड और हौलीवुड दोनों जगह अपनी छवि बनाते अनिल कपूर की धाक युवा अभिनेताओं के बीच आज भी है . फिटनैस में आगे , स्मार्ट , आत्मविश्वासी अनिल कपूर की जिंदादिली की बातें जानते हैं उन्हीं की जबानी .
स्कूलकालेजों में ड्रैसकोड़ बच्चे और हीचर भी परेशान
स्कूलों तक तो ठीक है लेकिन कालेज में भी ड्रैसकोड को ले कर युवती और युवक इस के पक्ष व विपक्ष दोनों में तर्क दे रहे हैं, यहां तक कि अधिकार और स्वतंत्रता से भी इसे जोड़ा जा रहा है.
सेहत का राज साबुत अनाज
बाजार में ओट्स या कहें जई की धूम है. जई को कभी अमीर लोगों की रसोई का हिस्सा नहीं माना गया था पर आज ओट केक, ओट ब्रेड, मैगी बना कर, तो पोहा या दलिया के रूप में ही नहीं और भी तमाम तरीके बता कर इसे बेचा जा रहा है.
सर्दी में होने वाले दर्द कैसे करें मुकाबला
आज की भागदौड़भरी जिंदगी में खानपान की अनदेखी किए जाने के चलते शरीर की सर्दी झेलने की क्षमता कम हो जाती है. सो, सर्दी के मौसम में शरीर में दर्द होने की समस्या आम देखी जाती है. ऐसे में सभी, खासकर मांसपेशियों व जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों, को पहले से सावधान हो जाना बेहतर है.
सरित प्रवाह
महाराष्ट्र में शिवसेना राज
रात्रि में ही विवाह क्यों
विवाह जैसी पारंपरिक प्रथा के लिए हमें रिश्तों और रस्मों को महत्त्व देना चाहिए बजाय दिखावे और शोशेबाजी के. तो क्यों नहीं खुशनुमा शुरुआत के लिए सोच में बदलाव लाया जाए.
ये पति
हमारे पड़ोसी थे एक डाक्टर साहब. वे छुट्टी के दिन कई बार घर के कामों में पत्नी का हाथ बंटा दिया करते थे.
यह दुनिया उसी की जमाना उसी का
बेचारा जधा. कितना काम करता हेै लेकिन सब की नजरों में बेचारे का बेचारा. मजाल हे कोई उस की कीमत आंक दे. सो, गधे भाई, वक्त आ गया है अपने लिए खुद ही स्टेंड लो.
मिलावट
कमलाजी के दोगलेपन को देख कर बीना चिढ़ उठती थी. वह उन के इस व्यवहार के पीछे छिपे मनोवैज्ञानिक तथ्य तक पहुंचना चाहती थी. और जिस दिन उसे वजह पता चली तो उस पर विश्वास करना बीना के लिए मुश्किल हो रहा था.
मंदिरा बेदी
बौलीवुड अभिनेत्री मंदिरा बेदी अभिनय के अपने शुरुआती दौर में छोटे परदे से ही शोहरत पा गई थीं. आज वे एक सफल बिजनैस वुमन भी हैं और अपनी फिटनैिस के लिए काफी मशहूर हैं. फिल्मों में अपनी सक्रियता और योजनाओं को उन्होंने हमारे साथ साझा किया.
पुलिस या अदालत में जब बयान देने जाएं
गवाहों के बयान ही न्याय की बुनियाद होते हैं क्योंकि अदालत के फैसले गवाहों के बयानों और सुबूतों के आधार पर होते हैं. सो, पुलिस थाने या अदालत में जब बयान देने जाएं तो कुछ बातें ध्यान में रखें.
भारत भूमि युगे युगे
भारत भूमि युगे युगे
पिछड़ी शिवसेना ने पछाड़ा भाजपा को
महाराष्ट्र का घटनाक्रम केवल एक राजनीतिक ड्रामा नहीं था बल्कि इस में इतिहास की भी झलक साफसाफ दिखी. अब सारे यूत्र उस वर्ण के हाथ में हैं जो सदियों से पंडापुरोहितवाद से त्रस्त है. उस वर्ण ने महाराष्ट्र में भाजपा के अश्वमेध यज्ञ का घोड़ा रोक लिया है.
थाई संस्कृत की झलक दिखलाता - नांगनुज गाँव
दक्षिणपूर्व एशिया स्थित देश थाईलैंड का भारत भूमि से बहुत पुराना नाता है. यहां की सभ्यता, संस्कृति की झलक देखने नांगनुच गांव जाइए, नजारा कुछ अलग ही नजर आएगा.
पाठकों की समस्याएं
मेरे घर में कुछ हफ्तों से मरम्मत का काम चल रहा था, जिस के चलते हमें बगल वाले घर में किराए पर रहना पड़ रहा था. अब हम वापस अपने घर आ गए हैं. किराए के घर में रहने के जितने पैसे बन रहे थे, मकान मालिक अब उस से ज्यादा पैसा मांग रहे हैं.
नकदी चलन रोक नहीं पाई नोटबंदी
नोटबंदी के वक्त जो दावे किए गए थे वे खरे नहीं उतरे. साफ दिख रहा है कि जब तक देश में रिश्वत और चढ़ावे का चलन रहेगा, कैश ही चलेगा.
धर्म का धंधा
जी हां, मैं ही हूं असली शंकराचार्य, इस बात की पूरी गारंटी है. किस में दम है जो मुझे झूठा साबित कर दे.
दिन दहाड़े
मेरे पति अपने औफिस अपनी कार से जा रहे थे कि 2 लड़के अपना स्कूटर रोक कर बोलने लगे कि अंकल, आप की कार से शायद तेल सा निकल रहा है. पति गाड़ी से उतर कर पीछे जा कर देखने लगे.
थाइरौयड लाइलाज नहीं
थाइरौयड दुनियाभर में एक प्रमुख समस्या है. यह या तो व्यक्ति को कमजोर कर देती है या फिर उसे मोटापे का शिकार बना देती है. थाइरौयड कब, किसे, कैसे हो जाए, यह पता लगाना मुश्किल होता है. थाइरौयड विकार का जल्दी पता लगने से इस की रोकथाम में मदद मिलती है, चाहे यह दवाओं के जरिए हो या जीवनशेली में बदलाव के.
तुम से मिल कर
अनंत का परिवार जातपांत, ऊंचनीच का लबादा ओढ़े हुए था. रीना की खातिर अनंत ने तो उस खोल को उतार फेंका था लेकिन क्या बाकी लोगों की मानसिकता को बदलने में रीना सफल हो पाई?
तुम मेरी हो
बेकुसूर होते हुए भी है . शीतल बेवजह खुशियों से दूर जिंदगी जीने को मजबूर थी. सारांश की नजरों ने उस के दिल के जख्मों को देख लिया था. लेकिन, कुछ कर पाया वह शीतल के लिए?
तुझे तेरी वापसी का इंतजार
क्यों खुद को खुद से जुदा करें, जिंदगी बारबार तो नहीं मिलती. फिर क्योंकर हम खुद को भूल जाएं, वक्त की उलझनभरी रफ्तार में.
जीने दो और जियो
'जीने दो और जियो? जिंदगी का यही फलसफा था आशा का. अपनी बहू अर्चना को भी उन्होंने अपनी इस सोच के चलते बिंदास जीने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया था. लेकिन खुश होने की बजाय अर्चना अनमनी सी क्यों रहती थी?
जान बचाने का नहीं जान लेने का हथियार बंदूक
आज जैसे मोबाइल के बिना लोग अपनी जिंदणी कुछ रुकी, कुछ थमीथसी सी महयूस करते हैं वैसे ही बंदूक के बिनाअपनेआप को असुरक्षित मानते हैं. लेकिन, कितना अजीब है बंदूक का इस्तेमाल कि लोग न सिर्फ दूसरे की जान लेने में बल्कि खुद अपनी जान लेने में भी कर रहे हैं