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सीनियर सिटिजन घटती आमदनी, बढ़ता खर्च
जिंदगीभर मेहनत कर बुढ़ापे के सहारे के लिए एकएक पाई बैंक में जमा की. सोचा था इस पर मिलने वाले ब्याज से सहायता मिलेगी, पर गलत आर्थिक नीतियों के शिकार बैंकों द्वारा की गई ब्याजदरों में कटौती से ब्याज आधा रह गया, जबकि महंगाई चारगुना बढ़ गई.
सुपरफूड्स बच्चों की याद्दाश्त बढ़ाएं
आज के समय में बच्चों की हर जिद के आगे पेरेंट्स को झुकना पड़ता है. उन की जिदें पूरी करना पेरेंट्स को सुकून भी देता है. पौष्टिक आहार के मामले में भी उन से लाड़ दिखाएं लेकिन उन्हें दिमागीतौर पर कमजोर न होने दें. जानें कैसे?
डाक्टर से औनलाइन परामर्श कैसे लें
औनलाइन डाक्टरी परामर्श से आप अपने मर्ज का निदान पा सकते हैं. डाक्टर की सलाह से आप पूरी तरह संतुष्ट होना चाहते हैं, तो परामर्श लेने से पहले क्या और कैसे पूछना है, यह आप को पता होना चाहिए.
राममंदिर सभी के लिए मंगलकारी नहीं
अयोध्या राममंदिर निर्माण में शिलान्यास के साथ ही दूसरे फसाद भी शुरू हो गए हैं, जो कल गुल खिलाएंगे. लेकिन आज, देश जिस हालत में है वह भी कम चिंताजनक नहीं है.दिक्कत यह है कि देश के कर्णधार ही अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित नहीं कर पा रहे जिस से आम और खास दोनों वर्ग के लोग भ्रमित हैं. देश की धर्मभीरु सरकार भी, शायद, यही चाहती है कि लोग धर्मकर्म में उलझे रहें.
ओटीटी ने किया बौलीवुड स्क्रीनों पर कब्जा
ओटीटी प्लेटफौर्म की लगातार बढ़ती लोकप्रियता ने पहले ही बौलीवुड के स्क्रीन प्रदर्शन को चुनौती देनी शुरू कर दी थी और कोरोना वायरस के चलते जहां बौलीवुड ठप पड़ने लगा वहीं ओटीटी ने रफ्तार पकड़ ली. क्या बौलीवुड ओटीटी प्लेटफौर्स की मार से बच पाएगा?
रक्षा उत्पादों पर विदेशी निर्भरता क्यों
आत्मनिर्भरता के माने अगर केवल मंदिर बनाना है तो हम आत्मनिर्भर हो गए हैं लेकिन रक्षा उत्पादों के मामले में विदेशों की मुहताजी हमें महंगी पड़ रही है.
महेंद्र सिंह धौनी शायराना अंदाज में कहा क्रिकेट को अलविदा
कोरोना कहर के बीच महेंद्र सिंह धौनी और सुरेश रैना के संन्यास की खबरें बेचैनी को और बढ़ाने वाली हैं. इन दोनों ही खिलाड़ियों ने भारतीय क्रिकेट को ऊंचे मुकाम तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया है. इन दोनों को नजरंदाज करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा क्योंकि इन की उपलब्धियों के पीछे जीत के जज्बे का सबक भी है.
सुशांत की मौत से भी अशांत बौलीवुड
सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या ने बहुत से बड़े सितारों की छवि को खराब किया है और खबरों को मनमरजी मोड़ देने वाले टीवी न्यूज चैनलों ने नारेबाजी की ताकि बड़े सितारों को कटघरों में खड़ा कर सकें. ये सितारे फुल स्क्रीन चालू होने के बाद भी अब इस कालिख को नहीं मिटा पाएंगे.
कोरोना ने बताई रिश्तों की अहमियत और असलियत
रिश्ते मजबूत होते हैं, लेकिन जब हालात बिगड़ते हैं तो वही रिश्ते संवेदनशील और नाजुक हो जाते हैं. कोरोना के समय में अकसर रिश्तों में कड़वाहट आने लगी है. कहीं आप के साथ भी तो ऐसा नहीं हो रहा है?
अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार भारतीय मूल की कमला हैरिस
भारतीय मूल की कमला हैरिस की अमेरिकी उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से दुनिया के सब से सशक्त लोकतांत्रिक देश का चुनाव और रोमांचकारी हो गया है. उदारवादी डैमोक्रेटिक पार्टी ने ट्रंप चाल चल दी है जिस की काट रिपब्लिकन पार्टी और डोनाल्ड ट्रंप नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं. पढ़िए, इस विशेष रिपोर्ट में.
औनलाइन क्लासेज शिक्षा का मजाक
शिक्षा का व्यापारीकरण होते तो हम सभी ने बीते कई सालों में देखा है लेकिन अब जो हो रहा है वह केवल व्यापारीकरण भर नहीं है. महामारी में बच्चों को औनलाइन शिक्षा देना अच्छा सुनाई पड़ता है, परंतु असमृद्ध परिवारों के लिए यह एक नई महामारी के जन्म जैसा है.
"आत्मविश्वास है तो आप कुछ भी कर सकते हैं" विद्या बालन
अभिनेत्री विद्या बालन अपने किरदारों से जानी जाती हैं, चाहे वह 'द डर्टी पिक्चर' की सिल्क का किरदार हो या 'कहानी' की विद्या का. अपनी जर्नी के बारे में विद्या ने रोचक बातें बताईं. पेश हैं अंश.
राममंदिर के साइड इफैक्ट्स
राममंदिर निर्माण को ले कर कुछ सवर्णों को छोड़ बाकी लोगों में 30 वर्षों पहले सा उत्साह नहीं है. कुछ लोग ही दीये जला रहे हैं. ऐसा इसलिए कि देश और समाज न केवल बंट रहे हैं बल्कि आर्थिक दौड़ में पिछड़ भी रहे हैं. पेश है बदहाली और कोरोना संक्रमण के इस दौर में राममंदिर की प्रासंगिकता पर उठते कुछ सवाल बताती यह विशेष रिपोर्ट.
कोरोना वैक्सीन कब तक?
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लगातार हो रही मौतों के बीच दुनिया उन डाक्टर्स, रिसर्चर्स और वैज्ञानिकों की ओर बड़ी उम्मीदों से ताक रही है जो इस का इलाज ढूंढ़ने की कोशिशों में रातदिन एक किए हुए हैं. इस वक्त दुनिया को इंतजार है तो, बस, कोरोना के वैक्सीन का, जो मौत के ब्लैकहोल में तेजी से जाती जिंदगियों को बचा ले. सब की निगाहें इसी ओर लगी हैं कि कब कोविड- 19 को खत्म करने वाली वैक्सीन बनेगी और स्थितियां सामान्य होने की ओर लौटेंगी.
लौकडाउन में बढ़े घरेलू हिंसा के मामले
घरेलू हिंसा के मामले पहले भी बड़ी संख्या में सामने आते रहे हैं लेकिन लौकडाउन के दौरान ये लगातार बढ़े हैं. आखिर इन औरतों की गलती क्या है जो अपने ही परिवार के बीच यह सुरक्षित नहीं हैं?
पुलिस की बढ़ती बर्बरता
तूतुकुड़ी पुलिस बर्बरता का हालिया मामला मन में अनगिनत सवाल खड़े करता है. जिस पुलिस को लोगों के रक्षक की भूमिका निभानी चाहिए वह भक्षक का रूप ले चुकी है. क्या यही हमारे देश का न्याय और न्यायिक प्रणाली है?
चीन में अभी भी हैं भारतीय स्टूडेंट्स
भारत और चीन के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए यह सवाल उठने लगा है कि चीन में पढ़ रहे भारतीय स्टूडेंट्स का क्या होगा. क्या शिक्षा की राह में रुकावट पैदा हो जाएगी?
सेहत के लिए गुड़ है फायदेमंद
गुड़ हर घर में मिलने वाला ऐसा पदार्थ है जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं. कई पकवानों में भी इस का इस्तेमाल होता है. इसे हर व्यक्ति को नियमित खाना चाहिए क्योंकि यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
“थ्रिलर फिल्मों में निर्देशक के विजन को समझने की जरूरत होती है
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई है. उन्होंने अपने ऐक्टिग के दमखम पर न केवल छोटी बजट की फिल्मों में बल्कि बड़े बैनरों तले भी काम किया है और सफलता हासिल की है. पेश हैं उन से हुई बातचीत के अंश
एक तीर से कई निशाने
कोरोना वायरस संक्रमण से अमेरिका की हालत खराब है और चीन के खिलाफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का गुस्सा 7वें आसमान पर है. इधर गल वान घाटी में चीनी घुसपैट और भारत व चीनी सेनाओं की टक्कर ने अमेरिका को एक मौका दिया है कि वह भारत को चीन के खिलाफ युद्ध के लिए उकसाए. वह भारत के कंधे पर बंदूक रख कर चलाना चाहता है. क्या भारत इस चाल को नहीं समझ रहा है?
कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरैपी
कोरोना के लगातार बढ़ते कहर को रोकने और मरीजों को स्वस्थ करने के लिए डाक्टर प्लाज्मा धेरैपी का इस्तेमाल कर रहे हैं. आइए जानें यह कैसे काम करती है और इलाज में कैसे मददगार है.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2020 ले डूबेंगे ट्रंप के तेवर
अमेरिका में कोरोना के कहर पर चुनाव की लहर भारी पड़ रही है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर हर किसी को संशय है. वे अपने जिद्दी और अड़ियल रवैए के चलते पिछड़ते नजर आ रहे हैं. दुनिया के सब से ताकतवर देश का लोकतंत्र कैसे कमजोर पड़ता जा रहा है, पढ़िए इस लेख में.
शिक्षित बेरोजगार न कमाई न सुकून
कोरोना वायरस ने न केवल अनपढ़ बल्कि पढ़ेलिखे युवाओं के लिए भी नौकरियों का अकाल ला दिया है. हर तरफ बेरोजगारी पसर गई है जिस के जाने की जल्दी उम्मीद भी नहीं है.
"कलाकारों की जिंदगी अब सुधर गई है" तृप्ति डिमरी
फिल्म 'बुलबुल' में बंगाल के जमींदार की पत्नी की भूमिका निभा कर चर्चित होने वाली अभिनेत्री तृप्ति डिमरी उत्तराखंड की हैं. लेकिन उन की पढ़ाई दिल्ली में हुई. उन्हें बचपन से अभिनय पसंद था.
घरेलू कामगारों की जिंदगी मुश्किल में
सरकार ने जब लौकडाउन किया तो कहा था कि घरेलू कामगारों का वेतन न काटा जाए, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. 3 महीने से बिना वेतन के भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके ये लोग अभी भी इस उम्मीद में हैं कि लौकडाउन पूरी तरह से खुले और वे वापस अपने काम पर लौट सकें.
बादाम एक फायदे अनेक
बादाम फायदेमंद है, यह तो सभी जानते हैं लेकिन इस के अनेक ऐसे गुण हैं जिन से आप शायद ही परिचित होंगे. आइए जानें बादाम के वे लाभ.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत का यों उत्सव मनाना संवेदनाओं की मौत होना है
हकीकत यह है कि देश में स्थिति असामान्य है. लोगों के पास रोजगार नहीं है, है तो उस के जाने का डर बना रहता है. देश भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है. लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. भुखमरी बड़ी समस्या बन कर उभर कर सामने आ चुकी है जिस कारण मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है.
ठगी के नएनए तरीकों से रहें सावधान
ठगी करने वाले ठगी के नएनए तरीके खोजते रहते हैं. शौर्टकट तरीके से पैसों को दोगुनातीनगुना करना ढगों का मुख्य टारगेट है. उन के झांसे में अनपढ़ ही नहीं, पढ़ेलिखे भी फंस जाते हैं.
लंबी अवधि + लगातार जमा = करोड़पति
सब बनेंगे करोड़पति. लक्ष्य बड़ा है. रास्ता आसान है. अनुशासन शर्त है. बचत को एक अवधि तक निवेश कर बड़ी कामयाबी हासिल की जा सकती है. जानिए कैसे...
पत्नी की सलाह मानना दब्बूपन की निशानी नहीं
पुरुषप्रधान समाज में आज महिलाएं हर क्षेत्र में नेतृत्व कर रही हैं. ऐसे में पढ़ीलिखी, योग्य व समझदार पत्नी की राय को सम्मान देना पति का गुलाम होना नहीं, बल्कि उस की बुद्धिमत्ता को दर्शाता है.