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मकर संक्रांति का अध्यात्मिक महत्त्व
यूं तो हम सभी के लिए त्योहारों का मतलब होता है हंसी, उल्लास और उमंग लेकिन सही मायनों में त्योहारों का महत्त्व उससे कहीं बढ़ कर और गूढ़ होता है।
चमत्कारिक औषधि अलसी
अलसी सिर्फ खाद्य तेल के रूप में ही प्रयुक्त नहीं होती अपितु इसके कई स्वास्थ्यकारी लाभ भी हैं। कैसे अलसी औषधि के रूप में भी काम करती है, जानने के लिए पढ़ें यह लेख।
कुम्भ का ज्योतिषीय कारण
हिन्दू धर्म का एक बेहद महत्त्वपूर्ण पर्व कुम्भ धार्मिक, पौराणिक, सामाजिक व ज्योतिष हर रूप में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है।
नववर्ष का स्वागत ऐसे करें
यदि एक ओर हम यह कहते हैं 'अंत भला तो सब भला' वहीं दूसरी ओर हम यह भी मानते हैं 'यदि शुरुआत अच्छी होगी तो अंत भी अच्छा एवं सुखद होगा।' व्यवहारिक तौर पर दोनों ही बातें सही एवं सत्य हैं। इसलिए हमें चाहिए कि वर्तमान वर्ष के अंत में कुछ ऐसा करें जिससे हमारा आज एवं आने वाला कल यानी नव वर्ष दोनों संवर सके।
भारत के 4 सबसे धनी मंदिर, चढ़ता है करोड़ों का चढ़ावा
कहते हैं कि भगवान केवल प्रेम के भूखे होते हैं, ये तो केवल मनुष्य है कि वो उसे धन-संपत्ति से प्रसन्न करने का प्रयास करता है। भारत में ऐसे कई मंदिर हैं, जहां भक्तगण खुलकर दान करते हैं, लेकिन इनमें 4 ऐसे मंदिर हैं जिन्हें सबसे धनी मंदिरों की श्रेणी में रखा गया है।
पेरेंटिंग के तरीके कल, आज और कल
परवरिश का हर तरीका अपने आप में बेहतरीन है, चाहे वह पुराना हो या नया। माता-पिता के प्यार की चाश्नी में डूबी परवरिश गलत हो भी कैसे सकती है, फिर चाहे वह नई हो या पुरानी। आइए जानते हैं नई और पुरानी परवरिश के बीच का फर्क।
लड़कियों... साहस और बुद्धि से काम लीजिए
आजकल लड़कियां स्वावलंबी हो गई हैं, अधिकतर फैसले वे खुद ले रही हैं। इसके बावजूद 'वे कुछ मामलों में वे कमजोर पड़ जाती हैं, खासकर प्यार के मामले में । नतीजतन, वे धोखा खाती हैं, घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं या फिर उनकी निष्ठुरता से हत्या कर दी जाती है। यदि आप भी ऐसी ही किसी दुविधा में हैं तो साहस और बुद्धि से काम लीजिये।
क्या है एन्जिल थैरेपी?
विश्व भर में मनुष्य की सुख-समृद्धि एवं भलाई के लिए कई पद्धतियां हैं जिनका उपयोग हम नहीं कर पाते क्योंकि हम उस पद्धति से अपरिचित होते हैं। एन्जिल थैरेपी उन्हीं में से एक पद्धति का नाम है जिसका चलन आज कल खूब जोरों पर है। क्या है यह थैरेपी ? जानिए इस लेख से।
फेंगशुई से लाए खुशहाली
चीनी वास्तुशास्त्र 'फेंगशुई' का आजकल हमारे देश में भी काफी प्रचलन बढ़ा है। क्या है फेंगशुई तथा किस प्रकार यह हमारे जीवन में खुशहाली लाने में सहायक हो सकता है ? जानने के लिए पढ़ें यह लेख।
वास्तु और व्यापार
वास्तुशास्त्र के मुख्य नियम हमें इस बात से सतर्क करते हैं, 'भूखंड, मकान, फ्लैट का आकार आयताकार एवं चंद्रवेदी शुभ है।' विशेष परिस्स्थितियों में ईशान का बढ़ना अतिशुभ माना गया है। मुख्य भूखंड की जान ईशान एवं नैऋत्व कोण ही हैं। इनके दूषित होने से हर रोज नई परेशानियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। व्यापारिक एवं रिहायशी भूखंड का चयन करने के पहले उपरोक्त बातों का विशेष ध्यान रखें।
बदलेगा घारापुरी गुफाओं का चेहरा
भारत में मुंबई के गेट वे आफ इंडिया से 15 किलोमीटर दूर स्थित एक स्थल है, जो अपनी कलात्मक गुफाओं के कारण प्रसिद्ध है।
बुद्ध के गुणों का पावन संदेश
जो व्यक्ति बुद्ध होता है, वह सम्यक संबोधि हासिल कर लेता है, वह अनन्त गुणों से भर जाता है।
हृदय से जुड़ी सर्जरी
हृदय की धड़कनों पर ही इंसान का जीवन पूरी तरह आश्रित है। यदि हृदय रोग हो जाए तो इसको दवाईयों से दुरुस्त किया जा सकता है परंतु यदि इसके रोग अपनी सीमा पार कर दें तो वह घातक हो सकता है। जिसका इलाज सिर्फ सर्जरी द्वारा ही संभव है इसके लिए कौनकौन सी सर्जरी की जाती है आइए जानते हैं।
प्रकृति की देन है आयुर्वेद
हमारे आस-पास मौजूद पेड़-पौधों से ही कई ऐसी जड़ी-बूटियां तैयार की जाती हैं, जो बड़े से बड़ा और असाध्य रोग को भी ठीक कर दे। ये वनस्पति कई औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और हमारे स्वास्थ्य को कई लाभ देते हैं। कैसे, जानें इस लेख से।
मौसमी तेवर बढ़ा सकते हैं ब्रोंकाइटिस की समस्या
सर्दियों का मौसम दस्तक दे रहा है। गिरते तापमान और प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण खांसी-जुकाम की समस्या देखने को मिलती है। अकसर हम इसे मामूली बीमारी समझकर ओवर-द-काउंटर दवाइयों का सेवन कर लेते हैं हैं। जबकि कई बार छोटी-सी लगने वाली खांसी आगे चलकर ब्रोंकाइटिस का रूप ले लेती है।
हाइपो थायरॉइडिज्म के खतरे से रहें सतर्क
थायराइड महिलाओं में होने वाली सबसे आम बीमारी है, लेकिन कुछ मामलों में यह काफी खतरनाक साबित होती है। यदि समय रहते इसका इलाज न कराया जाए तो इससे अन्य कई बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप भी थायरॉइड से परेशान हैं तो हाइपो थायरॉइडिज्म जैसी स्थिति के लक्षण, कारणों के बारे में जरूर जान लें।
प्रेम और सेक्स को किया धारणाओं से मुक्त
हमारे मनोविज्ञान में प्रेम शब्द सेक्स के साथ इस कदर जुड़ा है कि हम बिना सेक्स के प्रेम की कल्पना भी नहीं कर सकते, फिर वह प्रेम स्त्री-पुरुष के बीच हो या दो पुरुषों या स्त्रियों के बीच | हम मान ही नहीं सकते कि बिना सेक्स के प्रेम हो सकता है। प्रेम और सेक्स के संदर्भ में ओशो ने बहुत कुछ कहा है जो हमारी सोच को बदलता है।
ध्यान के जगत में ओशो का योगदान
ध्यान के जगत में ओशो का जो योगदान है, वह अपने आप में विशिष्ट है, क्योंकि ओशो से पूर्व ध्यान व ध्यानी की जो भी पारंपरिक परिभाषा व छवि थी ओशो ने उसमें कायाकल्प किया। ओशो ने ध्यान को नीरसता से हटाकर उत्सव के साथ जोड़ा तथा उसे व्यावहारिक एवं वैज्ञानिक दृष्टि दी । आत्मरूपांतरण में ओशो की ध्यान विधियां अपने आप में मिसाल हैं, पर कैसे आइए जानते हैं।
क्या है ओशो की कॉपीराइट और रॉयल्टी का सच?
ओशो की कॉपीराइट और रॉयल्टी को लेकर भी कई लोगों की शिकायते रहती हैं कि कॉपीराइट के नाम पर लोगों की वेबसाइट, यू-ट्यूब पर से कंटेन्ट हटा दिया जाता है तो किसी को ओशो की पुस्तकें प्रकाशित करने पर रोक लगा दी जाती है। इस कॉपीराइट के पीछे कि सच्चाई क्या है, आइए जानते हैं इससे जूझते ओशो के विभिन्न संन्यासियों के माध्यम से?
क्या है ओशो की मृत्यु का रहस्य ?
ओशो की मृत्यु को लेकर शक या सवाल ओशो के पुराने संन्यासियों में हमेशा से रहा है। सच तो यह है कि ओशो की मृत्यु को लेकर संन्यासी भी एक मत नहीं हैं, उस पर 11 अगस्त 2016 को ए. बी. पी न्यूज पर प्रसारित रिपोर्ट 'ओशो को किसने मारा ?' ने इस विषय को और हवा दे दी, और लोगों को बातें बनाने का मौका मिल गया। क्या था उस रिपोर्ट में और क्या कहना है उसके पक्ष-विपक्ष में ओशो के वरिष्ठ संन्यासियों का आइए जानते हैं।
मैं अभी भी बोल रहा हूं
एक समय था जब परमात्मा मेरे जरिए बोला था । आज मैं किसी के जरिए बोल रहा हूं। जब वो संभव था, तो यह भी संभव है। यदि वो सत्य था, तो यह भी सत्य है। और यदि तुम मुझसे सही अर्थों में जुड़े हो, तो तुम्हें यह मानने में कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए कि मैं अभी भी बोल रहा हूं।
मोटापा दूर करने में सहायक है स्नान
संतुलित भोजन, धूप स्नान और स्वच्छ वायु का प्रयोग किसी भी अवस्था में लाभदायक है।
एक ओंकार... ईश्वर एक है गुरु नानक देव जी
दीपावली के 15 दिनों बाद गुरु नानक जयंती मनाई जाती है। हर घर के बाहर दीया भी जलाया जाता है। ये पर्व गुरु नानक की शिक्षाओं को याद करने का दिन है।
सर्दियों में भी रखें वास्तु का ख्याल
सर्दी के इस मौसम में कुछ वास्तु उपाय करके आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं कौन से हैं वो उपाय आइए लेख के माध्यम से जानें?
विश्व का एकमात्र अर्धनारीश्वर मंदिर
यूं तो इस धरा पर भगवान शिव के कई मंदिर है, किन्तु काठगढ़ महादेव मंदिर अपने आप में अनूठा एवं अद्वितीय है, क्योंकि यहां शिव अर्धनारीश्वर के रूप में स्थापित हैं।
मंदिरों में सिमटा रहस्य
हमारे आस-पास बहुत सी जगहें व मंदिर ऐसे हैं जो अपने अंदर बहुत से रहस्यों को समेटे हुए हैं, जिनको समझ पाना सामान्य मनुष्य या फिर विज्ञान के लिए सम्भव नहीं है। ऐसे ही कुछ मंदिर हैं जो आस्था के साथ-साथ आकर्षण का भी केंद्र हैं।
अद्भुत व्यापारी: गुरु नानक देव
यह लेख नानक के प्रेरणादायक जीवन पर आधारित है। भूखों को भोजन करवाना व जरूरतमंदों की मदद करना ही नानक के लिए सच्चा सौदा था| अधिकांश समय वह एकांत में रहते व परमात्मा के गीत गाते। उन्होंने जाति भेद-भाव को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने हिन्दु-मुस्लिम व अन्य धर्मों को एकता के सूत्र में पिरोया है। उन्होंने अंध - विश्वासों पर जमकर कटाक्ष किया। उनके द्वारा प्रारंभ की गई लंगर - प्रथा आज भी जारी है, जो कि मानव में सेवा व समानता की भावना जगाती है। जन्म से लेकर मरणोपरांत उनका जीवन मनुष्य के मार्गदर्शक में सहायक है।
सीढ़ियां चढ़ें, सूप पिएं और वजन घटाएं
बढ़ते वजन और मोटापे से आज हर दूसरा व्यक्ति ग्रस्त है। वयस्क से लेकर छोटे बच्चे भी इस कतार में शामिल हैं। अस्त-व्यस्त जीवनशैली भी बढ़ते मोटापे का एक कारण है। कुछ आसान तरीकों को अपनाकर हम अपना शरीर सुडौल बना सकते हैं। कैसे, जानें इस लेख से।
कैंसर कारण लक्षण और निवारण
कैंसर का नाम सुनते ही मृत्यु का भय सताने लगता है। क्योंकि कैंसर का यदि समय रहते इलाज न किया जाये तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। आइए लेख से जानते हैं क्या है कैंसर, यह क्यों होता है व इसके बचाव के उपाय?
क्या है कब्ज और यह क्यों होता है?
प्रत्येक व्यक्ति द्वारा प्रतिदिन एक या दो बार मल की निकासी वांछनीय है। हालांकि कब्ज अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह समस्या कई अन्य बिमारियों के कारण भी उत्पन्न हो सकती है, इसलिए चिकित्सकीय परीक्षण की सलाह दी जाती है।