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जानिये सोने का सही तरीका
वास्तु अपने आप में एक व्यापक विषय है जिसे अपना कर व्यक्ति सुखी तथा समृद्ध बनता है।
बचपन में काटें मोटापे की जड़
कोल्ड ड्रिंक्स के बारे में यह सनसनीखेज रहस्योद्घाटन गया है। ब्रिटेन के एक अनुसंधान में किया गया है।
आर्थराइटिस कारण, लक्षण और निवारण
जोड़ों में दर्द का एक प्रमुख कारण आर्थराइटिस है। इसे गठिया भी कहते हैं यह उम्र के साथ होने वाली हड्डियों के क्षय की प्रक्रिया है। इसमें हड्डियां कमजोर होकर टूटने लगती हैं। इसके और कौन से लक्षण हैं तथा क्या है उनका निवारण आइए जानें।
धन प्राप्ति के अचूक उपाय
समाज में मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा को कई बार हमारी आर्थिक स्थिति से जोड़कर देखा जाता है। जानें इस लेख से धन संचय एवं धन अर्जित करने के कुछ सरल उपाय।
क्यों करते हैं लोग दिवाली पर टोने टोटके?
दीपावली के अवसर पर टोने-टोटके या फिर तंत्र-मंत्र का सहारा लेकर अपने जीवन को समृद्ध बनाने का प्रयास हमारे समाज में काफी समय से हो रहा है। आइये जानते हैं क्या है इसका प्रमुख कारण और क्यों दीपावली के अवसर पर इस तरह की चीजों को बढ़वा मिलता है?
सांस है तो आस है
दीपावली में अगर पटाखों का शोर ना गूंजे तो कुछ कमी सी लगती है। लेकिन पटाखों से निकलने वाले हानिकारक धुओं से सांस संबंधी तकलीफें बढ़ जाती हैं, खासकर अस्थमा के रोगियों के लिए। इनसे बचने और देखभाल करने के कुछ सुझाव जानें इस लेख से।
त्योहारों पर रखें बच्चों का विशेष ध्यान
दिवाली के त्योहार में बच्चों के प्रति की गई अनदेखी कहीं दिवाली की रौनक न कम कर दे इसलिए इस दौरान बच्चों का खास ध्यान और कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। दिवाली आने से पहले और होने तक घर में कई ऐसे कार्य होते हैं जिन पर यदि ध्यान नहीं दिया जाए तो बच्चों को नुकसान पहुंच सकता है।
दीपावली पर इन जगहों पर दीपक जलाना न भूलें
दीपावली के दिन दीपक जलाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
धनतेरस: मान्यताएं और खरीदारी
कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को यानी धनवंतरि त्रयोदशी को धनतेरस के नाम से जाना जाता है। दीपावली से दो दिन पूर्व मनाया जाता है धनतेरस। इस दिन सोना-चांदी आदि खरीदना शुभ मानते हैं। धनतेरस के महत्त्व को जानें इस लेख से।
पंच पर्वों का महापर्व दीपावली
दीपावली यानी आनन्द और उल्लास का उत्सव तथा प्रकाश का पर्व। दीपावली का पर्व धन प्राप्ति अनुष्ठान के लिए सर्वोत्तम माना जाता है लेकिन दीपावली का महान पर्व अकेले ही नहीं आता है, इसके साथ ही आते हैं पांच महान पर्व, जिन्हें हम पंचपर्व के रूप में मनाते हैं। इन पंच पर्वों का हिन्दू धर्म में महत्त्व जानें इस लेख से।
लक्ष्मी के साथ गणेश आराधना क्यों?
दीपावली की रात मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। मां लक्ष्मी धन की देवी हैं और भगवान गणेश बुद्धि एवं विवेक के। धन का सदुपयोग हो इसके लिए विवेक का होना अनिवार्य है। इस कारण दीपावली में लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा होती है।
युगों पुरानी है जुए की परम्परा
भले ही आज जमाना बदल गया हो परंतु आज भी लोग दिवाली की रात जुआ खेलते हैं। जुए की यह परम्परा कोई नई नहीं है युगों पुरानी है। कितनी पुरानी है यह प्रथा तथा कितना व कैसे बदला है इसका रूप? जानें इस लेख से।
मोटापे से पाएं मुक्ति
मोटापा न केवल एक रोग है बल्कि अनेक रोगों के जन्म का कारण भी है। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है कि मोटापे को जल्द से जल्द दूर किया जाए अन्यथा मोटापा व्यक्ति के बाहरी व्यक्तित्व को न केवल बेडौल बना कर उसके आत्मविश्वास को कम करता है बल्कि व्यक्ति को रोगी भी बना देता है।
छठ पूजा का लोकरंग
छठ पूजा केवल एक पर्व नहीं है बल्कि इसे महापर्व का दर्जा प्राप्त है। इस पर्व के साथ करोड़ो हिन्दुओं की आस्था जुड़ी हुई है और हो भी क्यों न भगवान सूर्य की उपासना से जुड़े इस महा पर्व की महिमा ही ऐसी है।
दिवाली को बनाएं 'ईको फ्रेंडली'
दिवाली के इस त्योहार को धूम-धाम से मनाने व धन और धान्य की देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के नाम पर हजारों रुपये फूंक दिए जाते हैं।
कैसे करें लक्ष्मी पूजन
दिवाली पर भगवान गणेश, विष्णु, कुबेर, बही-खाता के पूजन की परंपरा है, लेकिन मां लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। लक्ष्मी को धन एवं समृद्धि की देवी कहा जाता है। जिस घर में लक्ष्मी का अनादर होता है, वहां दरिद्रता घर कर लेती है। जानें इस लेख से लक्ष्मी पूजा की विधि।
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस यानी गर्दन का दर्द
गर्दन में दर्द होना एक आम समस्या बन गई है और अब तो इस बीमारी का उम्र से भी कुछ लेना देना भी नहीं रहा। कुछ सालों में अगर हम गौर करें तो सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस' के रोगियों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। क्यों होती है यह समस्या तथा क्या है इसके लक्षण और उपाय ? आइए जानें।
हड्डियों और जोड़ों के दर्द में सहायक आसन
स्वयं को निरोगी व स्वस्थ रखने का सबसे सरल व प्राकृतिक माध्यम है योग। यदि इसे जीवन में नियमित तौर पर अपनाया जाए तो इंसान न केवल दवाइयों से दूर रह सकता है बल्कि लंबी एवं स्वस्थ उम्र भी पाता है। योग में हर रोग का निवारण है। हड्डियों से जुड़ी समस्यओं में कौन-कौन से योगासन उपयोगी हैं, आइए जानते हैं।
कला व संस्कृति का पर्व - ओणम
हमारे देश में प्रत्येक राज्य के अपने विशेष पर्व व त्योहार हैं। जिसमें उस राज्य की संस्कृति की अनूठी झलक देखने को मिलती है। ऐसा ही एक अनूठा महापर्व है ओणम। जिसे केरल में विशेष रूप से बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
प्रेत बाधा से मुक्त कराए पीताम्बरा शक्ति पीठ
पीताम्बरा शक्तिपीठ दतिया में स्थित भक्तों की आस्था का केन्द्र है। भक्तों का मानना है कि देवी पीताम्बरा सबकी मनोकामना व इच्छा पूर्ण करती हैं। मंदिर का क्या है प्राचीन इतिहास ? आइए जानते हैं लेख से।
संकट हरण है अनंत चतुर्दशी व्रत
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी व्रत कहा जाता है। इस दिन भगवान अनंत की पूजा की जाती है। व्रत का संकल्प लेकर अनंत सूत्र बांधा जाता है। इस व्रत को करने से संकटों का नाश और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
हृदय रोगियों के लिए कुछ भोज्य पदार्थ
हृदय रोगी क्या खाएं तथा किससे परहेज करें यह बहुत बड़ी समस्या होती है तो आइए आपकी इस समस्या का समाधान करते हैं और जानते हैं कि हृदय रोग में क्या खाएं व क्या न खाएं।
डायबिटीज में क्या खाएं?
डायबिटीज कहने को भले ही एक रोग हो परंतु इसके कारण शरीर में और अन्य रोग भी पैदा होने लग जाते हैं, इसलिए इससे निपटना बहुत जरूरी है। अपने आहार से इसे कैसे करें नियंत्रित ? जानिए इस लेख से।
गणेश पूजा से लाभ
भगवान श्री गणेश के अलग-अलग नाम व अलग-अलग स्वरूप हैं, लेकिन वास्तु में गणेश जी का कितना महत्त्व है यह शायद कम ही लोगों को पता होगा।
इंटरनेट की दुनिया में बच्चों को रखें सुरक्षित
इंटरनेट बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, लेकिन माता-पिता बच्चों को फोन देने से डरते हैं। समय के साथ बच्चों को कदम से कदम मिलाकर चलाने के लिए थोड़ी सतर्कता बरतनी माता-पिता के लिए भी जरूरी है।
नवदुर्गा के नाम की महिमा
शारदीय नवरात्र नौ देवियों की पूजा के लिए बेहद खास है। नौ दिनों में जिन अलौकिक शक्तियों का आभास होता है वह अद्भुत है।
चिंता की चिता जला दो
जानना महत्त्वपूर्ण नहीं है, मानना महत्त्वपूर्ण है। कितना सुना- यह महत्त्वपूर्ण नहीं है, उसे कितना जिया - यह महत्त्वपूर्ण है। कितना खाया- यह महत्त्वपूर्ण नहीं है बल्कि कितना बचाया- यह महत्त्वपूर्ण है।
अपने गुण स्वयं पहचानें
कई बार देखा गया है कि कुछ लोग एक या दो प्रतियोगी परीक्षा देकर अथवा नए काम में असफल होकर यह मान लेते हैं कि हम अब कुछ नहीं कर सकते, हमारे लिए सफल होना संभव नहीं है। लेकिन यकीन मानिए आपकी संपूर्ण ऊर्जा अनंत है। बस जरूरत है क्षेत्र विशेष में अपनी प्रतिभा को पहचानने की और उस प्रतिभा को निखारने की।
बरसाती संक्रमण और देखभाल
भीषण गर्मी के बाद मानसून के मौसम का हर कोई स्वागत करता है। काले-काले बादल, मानसून की पहली बौछार और हवा की नमी से अपने आपको कोई रोक ही नहीं पाता है, लेकिन इस दौरान देर तक गीले कपड़ों व गंदे पानी में रहने से त्वचा पर फंगस और दूसरे संक्रमण पनपने लगते हैं, क्योंकि यह मौसम भी अपने साथ कई बिमारियां लेकर आता है। इसलिए जरूरी हो जाता है कि इस मौसम में हम त्वचा का खास ध्यान रखें।
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिला लेखनी
भारत की आजादी की लड़ाई सब लोग अपने-अपने तरह से लड़ रहे थे। जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं। कई महिलाओं ने अपनी लेखनी को अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई का हथियार बनाया और अपने लेखों, कविताओं से भारत को आजादी दिलवाई।