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नाम 'छोटे' प्रदर्शन 'बड़े'
इस बार का क्रिकेट विश्व कप कई मायनों में खास रहा, कई छोटी टीमों ने दमदारी दिखाई और आश्चर्यजनक उलटफेर किए
डरावने इस पर महज 'ड्रामा'
मौतें बढ़ रही हैं, परिवार टूट रहे हैं, लेकिन सियासत सिर्फ नशामुक्त राज्य बनाने की शपथ उठाकर मस्त
जातीयता की नई सियासत
नई प्रशासन प्रणाली का वादा करके बहुमत पाया जेडपीएम को कई चुनौतियों का सामना
जादूगर का हैट जादूगर का खरगोश
2023 फिर बताता है कि संभव संभावनाओं में असंभव संभावना छिपी होती है, भाजपा असंभव को साधती आ रही है, दूसरे संभव को असंभव बनाने के खेल से बाहर ही नहीं आ पाते
नैरेटिव का नतीजा
भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, अहंकार के आरोपों ने कमाल दिखाया
हाथ छूटा तो रेत में खिला कमल
अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाएं वोटों में तब्दील नहीं हो सकीं तो दोनों ही दलों के बड़े चेहरे चुनाव हार गए, अब सवाल मुख्यमंत्री के चेहरे पर आ कर टिक गया है
चौंकाने वाली वापसी भाजपा की
छत्तीसगढ़ इकलौता राज्य था, जहां जानकार कांग्रेस की आरामदेह जीत तय मानकर चल रहे थे, चुनाव परिणामों ने हर अटकलबाजी पर विराम लगाकर सबको हैरत में डाल दिया
कांग्रेस को ऐतबार तोड़ने का दंड
क्या भाजपा की भारी जीत के पीछे कांग्रेस का अति-आत्मविश्वास और कमजोर तैयारी रही?
कांग्रेस के लिए दो सबक
संदेह है, कांग्रेस पार्टी कभी इतना साहस जुटा पाएगी कि परिवार की सत्ता को हमेशा के लिए अलविदा कह दे
जाति के चुनावी कार्ड के खतरे
नेहरू की राजनीतिक विरासत का लाभ लेने के साथ नेहरू की वैचारिक विरासत को भी स्वीकार करना चाहिए
चौबीस का चेहरा
कांग्रेस पार्टी पांचों चुनावी राज्यों के बहाने लोकसभा की राह तैयार कर रही थी लेकिन नरेंद्र मोदी ने अपना चेहरा सामने रखकर बड़ा दांव चल दिया, अब सवाल है कि 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस और उसकी छतरी के नीचे बिखरता इंडिया गठबंधन क्या करेगा
पाताल में 17 दिन
सिलक्यारा सुरंग से 17 दिन बाद निकाले गए 41 मजदूर अदम्य साहस की दास्तान रचते हैं, यह घटना त्रासदी बन सकती थी इसलिए भविष्य के लिए सबक ज्यादा अहम
शहरनामा - डूंगरपुर
पहाड़ पर सिंघाड़ा - राजस्थान के दक्षिणी छोर पर सिंघाड़े के आकार में बसा हुआ शहर डूंगरपुर को पहाड़ियों की नगरी कहा जाता है।
बिजनेस स्कूल के छात्रों में नैतिकता का पोषण
देश के बेस्ट बी-स्कूल 2024
तेज गेंदबाजी के सिकंदर
2023 विश्व कप में पूरी दुनिया ने भारतीय तेज गेंदबाजों का उदय देखा। आज से कुछ समय पहले तक, क्रिकेट में भारत को बल्लेबाजों और फिरकी गेंदबाजों का देश कहा जाता था। आज मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की पेस की तकत ने विश्व को भारत के तेज गेंदबाजों की तरफ देखने के लिए मजबूर किया है। हालांकि, इससे पहले भी कई तेज गेंदबाज अपने दौर में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब हुए हैं। आइए, इन खिलाड़ियों और भविष्य के सितारों पर एक नजर डालते हैं।
'विराट' प्रदर्शन
इस विश्व कप का जिक्र विराट कोहली के बगैर अधूरा है, जिन्होंने एक के बाद एक पिछले रिकॉर्ड तोड़ने का काम किया है
तूफानी तिकड़ी
भारतीय क्रिकेट में पहली बार एक साथ तीन-चार पेसर मैदान में उतरे और टीम की छवि हमेशा के लिए बदल गई
तमिलनाडु के जीआई टैग प्राप्त व्यंजनों का अनूठा स्वाद
अपनी पाक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध, तमिलनाडु के पास जियोग्राफिकल-टैग खाद्य पदार्थों की एक प्रभावशाली श्रृंखला है, जो विरासत और नएपन के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण को प्रदर्शित करता है।
कैंसर रोगियों में आशा की किरण
भारत के जाने-माने कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश शर्मा इन दिनों अपने बेहतर इलाज और सच्ची मानव सेवा को लेकर चर्चा में हैं। गरीब कैंसर रोगियों के मार्गदर्शन, आर्थिक सहायता, नौकरी दिलाने में मदद से लेकर जागरूकता अभियान चलाने को लेकर चर्चा में आए डॉ. सतीश शर्मा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं।
केसीआर की चुनौती
केसीआर के लोकलुभावनवाद और कांग्रेस की सत्ता में वापसी की शिद्दत के बीच भाजपा खाली हाथ
औरतों में दिखा उत्साह
हिस्सेदारी: 81.25 रहा मत प्रतिशत
किस्सा कुर्सी का
दोनों दलों को एक-तिहाई बहुमत की आस, कौन जीतेगा मतदाता का विश्वास
कुछ कहते हैं संकेत
राज्य में 17 नवंबर को हुए मतदान में पहली बार हुई हिंसक झड़पें मगर लोगों में दिखा उत्साह
चाल-चरित्र एक, बस चेहरे अलग
बाहुबल और धनबल के मामले में भाजपा और कांग्रेस सहित छोटे प्रांतीय दलों के प्रत्याशियों का चरित्र कमोबेश एक जैसा
सोनपुर
शहरनामा - सोनपुर
संगीत के गंधर्व
संगीत के मूल तत्वों की खोज में रहे कुमार गंधर्व के गायन में लोक संगीत और शास्त्रीयता का समन्वय दिखता है
कला का विरला सिपाही
आजादी के सिपाही और साहित्य की हर विधा, खासकर रंगकर्म में महत्वपूर्ण काम करने वाले वीरेंद्र नारायण का यह जन्मशती वर्ष है
'अगले काम के बारे में कभी नहीं सोचता'
पहली ही फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता। दूसरी फिल्म सीधे ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हो गई। जब कश्मीर के श्रीनगर से चले थे, तो जेब में पैसे भले ही न हों लेकिन उत्साह और आत्मविश्वास था। आत्मविश्वास भी ऐसा कि राष्ट्रीय पुरस्कार की राशि समय पर न मिलने पर तत्कालीन सूचना-प्रसारण मंत्री लालकृष्ण आडवाणी के घर तक पहुंच गए थे। इस साल उन्होंने फिल्म उद्योग में अपने 45 साल पूरे किए हैं। इन साल में परिंदा, 1942 ए लव स्टोरी के लिए याद किए जाने वाले निर्माता निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने मुन्नाभाई एमबीबीएस की स्क्रिप्ट लिखी, पीके के साथ कई अन्य फिल्में प्रोड्यूस कीं। अपने पसंदीदा काम संपादन करते हुए भी उनके दिमाग में कोई नई स्क्रिप्ट चलती रहती है। नई फिल्म 12वीं फेल में गाना गाने वाले चोपड़ा ने आउटलुक की आकांक्षा पारे काशिव से भविष्य की योजनाओं के बजाय वर्तमान पर खूब बातें कीं। अंशः
संघर्षों से निखरा जादुई शमी
मौजूदा विश्व कप मैचों में चमत्कारी गेंदबाजी करने वाले शमी गिर कर उठ खड़े होने और छोटी हार के बाद बड़ी जीत हासिल करने की मिसाल
एक युद्धग्रस्त चट्टानी गांव की यादें
भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध में बंटे और उजड़े रॉक हाउस गांव का अनोखा म्यूजियम, जो अब जलवायु परिवर्तन से पस्त है, पहले छह फुट बर्फ की जगह सिर्फ छह इंच बर्फ जमती है