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झीनी होती रेशमी चदरिया और बेपर्दा गरीबी
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बिहार की जिन पांच सीटों पर वोट पड़ने हैं, उनका कोई न कोई रिश्ता रेशम उद्योग से जुड़ा है, मगर लाखों लोगों की उम्मीद रहा यह उद्योग इन दिनों आखिरी सांसें गिन रहा है और हैरत की बात है कि इस चुनावी शोर में इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं दिखता
धोरों की धरती पर अब दूसरे दौर का रोचक रण
दूसरे दौर की 13 में से तीन अहम सीटों पर रोचक हुआ मुकाबला. कहीं निर्दलीय डाल रहा नकेल तो कहीं पार्टी प्रत्याशी ही अड़ंगा
आकाश का प्रभावी आगाज
बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने अपनी जनसभाओं मे अनोखे अंदाज से लोगों का ध्यान खींचा. पहली बार सोशल मीडिया पर सक्रिय दिख रही पार्टी
हिंदुत्व और ग्लैमर की जुगलबंदी
दूसरे चरण के चुनाव में मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल और मथुरा सीट पर हेमा मालिनी की चुनावी जंग पर सबकी नजरें
युवा भारत की आवाज
लोकसभा चुनाव 2024 में वोट करने की तैयारी करते वक्त देश के युवाओं का अपनी आकांक्षाओं और उम्मीदों का इजहार
क्यों जेन वी है निर्णायक
विकसित भारत पीढ़ी (जनरेशन वी) वाले 21 करोड़ युवा मतदाता आखिर किस पर अपनी मुहर लगाएंगे? अतीत की तरह युवा इस बार भी चुनावी नतीजों को तय करने में निर्णायक साबित हो सकते हैं -
नजदीकी मुकाबला
दांव पर केवल एक लोकसभा सीट नहीं है, बल्कि नतीजों से यह भी पता चलेगा कि गोरखाओं में किसका दबदबा सबसे ज्यादा है - बिमल गुरुंग, अनित थापा या फिर अजय एडवर्ड्स का
फिर सूपड़ा साफ करने की तैयारी
गुजरात में भाजपा के अपराजेय होने में मोदी की लोकप्रियता के अलावा सरकार और पार्टी की चुस्त-दुरुस्त मशीनरी का भी योगदान है
द्रविड जत्थेदार
दरअसल, किसान आंदोलन एक मजबूत पंजाबी स्वर था और वह सियासी फिजा में दूर तक फैला.
इक्क शायर पंजाबी विच
पंजाबी गायक-अभिनेता सतिंदर पाल सिंह उर्फ सतिंदर सरताज अपनी आगामी फिल्म शायर, बदलती पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री और पंजाबी कल्चर में आते बदलावों पर
जिगर में बीडी की आग और जिंदगी धुआं
गया से और पूरब की ओर बढ़ने पर नवादा के बाद आता है झारखंड से लगता जमुई जिला.
बदबदाती फल्गू और बुद्ध का सूना आंगन. नारों में सब लगे किनारे
दक्षिण भारत के कुछ श्रद्धालु पिंडदान के बाद पिंड लेकर फल्गू नदी की तरफ बढ़ रहे थे.
चीनी बेल्ट में कुछ खट्टा-खट्टा सा लागे है
पश्चिमी यूपी में भाजपा-रालोद के उम्मीदवार गठबंधन होने के बावजूद अप्रत्याशित रूप से कड़े मुकाबलों में उलझे. विपक्ष के दमदार प्रत्याशी दर्जन भर सीटों पर छुड़ा रहे उनका पसीना
यहां बढ़त कांग्रेस की
कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर ने पहले से ही हलकान भारत राष्ट्र समिति को और भी हाशिये पर धकेल दिया
यह है काटे की टक्कर
वाइएसआरसीपी प्रमुख जगन रेड्डी और टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू के बीच मुकाबला आर-पार का है. नायडू के एनडीए गठबंधन में शामिल होने से आंध्र के मुख्यमंत्री रेड्डी के लिए दोबारा कुर्सी पाने के सपने का हकीकत बनना आसान नहीं
किसकी गारंटी करेगी काम
पीएम नरेंद्र मोदी के करिश्मे और उनकी फ्लैगशिप स्कीमों के असर से निबटने के लिए कांग्रेस नए जोशोखरोश के साथ सीएम सिद्धरामैया की अगुआई में अपनी कल्याणकारी गारंटी योजनाओं पर भरोसा कर रही
यहां लड़ाई दो सियासी सितारों की
शशि थरूर कांग्रेस के लिए लगातार चौथी बार तिरुवनंतपुरम जीतने की उम्मीद कर रहे पर भाजपा के राजीव चंद्रशेखर इस दफा चौंकाने वाले नतीजे ला सकते हैं
गढ़ बचाने और भेदने के पैंतरे
कांग्रेस अपने आखिरी गढ़ों में से एक पर काबिज रहने, वामपंथी फिर अपने पुरुत्थान और भाजपा सेंध लगाने की कोशिश में. केरल का रुख आखिर होगा किस ओर?
दक्षिण का भगवा सिंघम
पूर्व आइपीएस अधिकारी अन्नामले भाजपा को तमिलनाडु में मुख्य \"दावेदार के मंच पर खड़ा करने के मिशन पर. तो क्या कोयंबत्तूर लोकसभा सीट इसकी आधारशिला बनने जा रही?
इस मोर्चे में दरार थोड़ी मुश्किल
तमिलनाडु में डीएमके के नेतृत्व वाला गठबंधन 2019 के लोकसभा चुनाव की जीत को दोहराना चाहता है. एआईएडीएमके और भाजपा का अलग-अलग लड़ना उसके लिए मददगार हो सकता है पर कुछ चौंकाने वाले नजारे भी दिखना मुमकिन
क्या भाजपा दक्षिण दुर्ग भेद सकेगी?
चार सौ से ज्यादा सीटें पाने की महत्वाकांक्षा के लिए बेहद जरुरी पांच दक्षिणी राज्यों में युद्ध स्तर पर जुटी भाजपा, लेकिन हर मजबूत किले में चुनौती इतनी कड़ी कि धावा बोलना जितना आसान, भेदना उतना ही मुश्किल
डंकी गणराज्य
हिमालय से बहकर आने वाली नदियां अपनी चंचलता के लिए मशहूर हैं - गोल-गोल घूमती हैं, चक्करदार रास्तों से गुजरती हैं और भटककर दूर चली गईं तो ज्यादा बड़ी नदियां उन्हें खुद में समो लेती हैं.
वादाखिलाफी से नाराज कुर्मी
एसटी का दर्जा नहीं मिलने की वजह से राज्य और केंद्र से नाखुश कुर्मी समुदाय कई सीटों पर निर्दलीय लड़ेगा जहां उसने 2019 में भाजपा को जिताने में मदद की थी
म्यान से फिर बाहर तलवार
केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रुपाला की ओर से दलितों के महिमामंडन ने क्षत्रियों को नाराज कर दिया और वे अब उनकी उम्मीदवारी वापस लेने की मांग कर रहे
नए प्रत्याशियों की डगमग नाव
दिल्ली की सात सीटों में से छह पर उम्मीदवार बदलने की भाजपा की रणनीति जमीनी स्तर पर पार्टी के लिए चुनौती बन रही
बनने से पहले ही गठबंधन बिखरने का खेला
डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी ने पर्चा वापस लेने से किया इनकार तो पार्टी शर्मनाक स्थिति में फंसी. बाप से गठजोड़ भी टूटा
महारथियों का महाभारत
दरअसल, विपक्ष मंच से नैतिकता की बड़ी-बड़ी बातें करते हुए कहीं ज्यादा शक्तिशाली सत्ता पक्ष को धूल चटाने की महत्वाकांक्षा जता रहा है, मगर उसके कदम उसके इरादों से मेल नहीं खाते. बड़े खिलाड़ी मैदान में उतरने से घबरा रहे हैं!
सबको मिले इंसाफ
कोर्ट रूम ड्रामा पटना शुक्ला अभिनेत्री रवीना टंडन की ओर से ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर बात करने की एक कोशिश है
"जलेबी सी स्वादिष्ट है फिजिक्स"
जहां सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 2 अप्रैल को खत्म हुईं वहीं आइएससी और आइसीएसई बोर्ड के स्टूडेंट्स ने भी 3 अप्रैल को आखिरी पेपर लिखा. मगर बोर्ड इयर वाले छात्रों के लिए यह शायद ही आराम लेकर आया हो. जहां 12वीं के बाद छात्र तमाम कंपटिशन की तैयारी में जुट जाएंगे, वहीं 10वीं की परीक्षा दे चुके स्टूडेंट इस समय इस माथापच्ची के बीच होंगे कि 11वीं में आखिर कौन सा विषय लें. इस बीच इंडिया टुडे के असिस्टेंट एडिटर (डिजिटल) धनंजय कुमार की मुलाकात एक ऐसी शख्सियत से हुई जो नौवीं कक्षा में फेल हो गए थे, लेकिन फिर आइआइटी कानपुर में टॉपर बन वापसी की. उसी आइआइटी में 15 साल तक पढ़ाया और देश के बड़े परमाणु वैज्ञानिक बन गए. डॉ. हरीश चंद्र वर्मा, जिनकी किताबें 'कॉन्सेप्ट्स ऑफ फिजिक्स' और 'क्वांटम फिजिक्स' शायद ही किसी साइंस के स्टूडेंट ने न पढ़ी हों, को साल 2020 में फिजिक्स की दुनिया में अपने अपने योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया. छात्रों के बीच एचसीवी के नाम से मशहूर प्रोफेसर वर्मा ने बातचीत में भारतीय शिक्षा पद्धति और स्कूल सिस्टम, परीक्षा एवं फिजिक्स पढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की, कुछ अंश:
माफिया की मौत पर सवाल
बांदा जेल में सजा काट रहे मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत के बाद जेल प्रशासन पर उठ रही उंगलियां उत्तर प्रदेश में पिछले सात वर्ष में दस कुख्यात गैंगस्टरों की न्यायिक और पुलिस हिरासत में मौत हो चुकी है