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बाढ़ में राजनीति लीला
भारी बारिश और बाढ़ से हुई जबरदस्त तबाही के बीच नेताओं के अपने-अपने राजनीतिक दांव
विकास की कीमत
अनियंत्रित और अवैज्ञानिक विकास की अवधारणा ने किया बंटाधार
अंधाधुंध विकास का अभिशाप
अप्रत्याशित बारिश और बाढ़ से हुई तबाही में चरमराया प्रदेश क्या विकास परियोजनाओं पर फिर से विचार करेगा
तरक्की का भुलावा तबाही को बुलावा
जलवायु परिवर्तन, धारासार बारिश और भूस्खलन की तबाही का चश्मदीद इस साल ऐसी घटनाओं से एक हद तक अनजान हिमाचल प्रदेश बना और लगभग समूचा उत्तर भारत बाढ़ में डूबने उतराने लगा, हिमालय यही चेतावनी दूसरे इलाकों में दे चुका है लेकिन विकास की धारा अनसुना करने की जिद पर अड़ी, क्या है हल?
होने का हल्कापन
हम जिस समय में रह रहे हैं उसमें सर्वसत्तावाद भयावह सच्चाई बनकर सारे संसार में कई रूपों में फैल गया है। वहां भी जहां औपचारिक जनतंत्र है।
एकीकरण का तर्क ठीक नहीं
पर्सनल लॉ में कोई भी बदलाव भारतीय समाज में और धार्मिक टकराव ही पैदा करेगा, उसे जोड़ेगा नहीं
स्कूली शिक्षा क्षेत्र में तरक्की करता छत्तीसगढ़
ग्लोबलाइजेशन के दौर में पूरी दुनिया में डिजिटल कनेक्टिविटी ने देश की शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर नई चुनौतियां सामने रखीं।
ले डूबा टाइटैनिक
अटलांटिक महासागर, 4000 मीटर की गहराई और 1912 में डूबे टाइटैनिक जहाज का मलबा, देखने की अमीर-उमरां की लालसा ऐसी कि हाल में पांच धनी-मानी की टाइटन पनडुब्बी के साथ हुई जल समाधि
तरला का जीवन एक प्रकाश-पुंज हे
फिल्म तरला उस सोच को मजबूत जवाब है जो यह कहती है कि औरतों का जन्म तो केवल चूल्हे-चौके के लिए ही होता है
मौत का अब मुझे डर नहीं
मेरी जिंदगी डेबिट कार्ड सी हो गई है। ईश्वर ने इसमें मेरे लिए कुछ 'वक्त' जमा कर रखा है।
कैंसर से बड़ा जीवन
कैंसर महारोग है पर जिंदगी से बड़ा नहीं, हमारे आसपास के तमाम जाने-अनजाने लोग हर रोज इसे साबित कर रहे हैं। समय भी बदल चुका है। रोग की शुरुआती पहचान और उपचार की तकनीक सुलभ होते जाने के साथ कैंसर का सामाजिक हौवा कम होता जा रहा है। मानवीय हौसले की चकमक कहानियां उम्मीद जगा रही हैं।
महा तोड़ सियासत
शिवसेना के बाद राकांपा में टूट के जरिये विपक्ष को कमजोर क के करने की भाजपा की रणनीति, लेकिन शरद पवार और विपक्ष भी अपनी तैयारी में
दरकता गठबंधन
अगले चुनावों के मद्देनजर भाजपा-जजपा दोनों की अलग राह अपनाने की रणनीति
साहा हक, परे हट
पंजाब में सवा साल पुरानी आम आदमी पार्टी की सरकार ने दो दिन का विधानसभा सत्र बुलाकर राजनीति में भूचाल ला दिया है
बघेल की चुनौतियां
सिंहदेव को उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने से बदला सियासी माहौल
रिश्तों की शर्त और हासिल
महाशक्ति का दरजा हासिल करने की भारत की महत्वाकांक्षा में अमेरिका से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एक अहम उपलब्धि है, लेकिन भारत पूरी तरह से अमेरिकी खेमे में जाने से बचते हुए अपने रणनीतिक विकल्प खुले रखेगा
अपने हिस्से की धरती की लड़ाई
मणिपुर में कुकी-मैती हिंसा के पीछे पहाड़ और मैदान के वासियों के बीच ब्रिटिशकालीन विभाजन है, जिसे ताजा घटनाओं ने और गहरा कर दिया
भारत के पहले हिन्दू तीर्थ भवन की शुरुआत पटना से
पद्मश्री डॉ. रबिन्द्र नारायण सिंह
सरकार ने छीनी आखें, जज्बे ने सिर उठाया
आंखों की रोशनी जाने के बाद भी इन्शा ने अपनी दुनिया अंधेरे में नहीं जाने दी, उसके हौसले से उसका जीवन रोशन है
रुपहले परदे पर प्रेम त्रिकोण
एक्सट्रा मैरिटल अफेयर के पीछे के मनोविज्ञान को अभिव्यक्त करने के लिए हिंदी सिनेमा में कई फिल्में बनी हैं। इन फिल्मों पर एक नजर
"जो पुरुष खुद आजाद नहीं है, उससे आजादी का क्या मतलब"
अपनी रचनाओं में सशक्त स्त्री किरदार गढ़ने वाली, चितकोबरा, मिलजुल मन, कठगुलाब जैसी रचनाओं की लेखिका मृदुला गर्ग का मानना है कि नारी और पुरुष की स्वतंत्रता में कोई अंतर नहीं है।
पुरुष के लिए जो मर्दानगी है, स्त्री के लिए वही शर्मिंदगी
स्त्री जिस दिन खुद के लिए नियम बनाएगी, उस दिन समाज का पाखंड चूर-चूर हो जाएगा
"बेवफाई का सुरक्षित और गोपनीय ठिकाना है ग्लीडेन"
विवाहेतर संबंधों के कारणों की लंबी फेहरिस्त के बीच ग्लीडेन ऐप की भारत की कंट्री मैनेजर, सिबिल शिडेल ने आउटलुक के सभी सवालों के बहुत बेबाकी से जवाब दिए।
बेवफाई का बाजार
वर्जनाएं तोड़ने की ललक, नई-नई जिज्ञासाएं और दमित इच्छाओं की पूर्ति का सहज साधन उपलब्ध कराने के वादे के साथ डेटिंग ऐप का बाजार अब कस्बों और दूर-दराज के इलाकों तक फैला
शहनाइयों के सियासी सुर
पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेताओं की शादी को विपक्ष बना रहा है मुद्दा, निजी रिश्तों पर जुबानी जंग जारी
पवार का पावर गेम
राकांपा प्रमुख शरद पवार का फैसला संतुलन साधने वाला है या अजित पवार को ठिकाने लगाया गया
पुल की सियासी पोल
विपक्षी दलों के बीच पुल बना रहे नीतीश कुमार के राज्य में टूट रहे हैं पुल
प्रतिपक्ष है चुनौती
विपक्षी एकता की कोशिश से ज्यादा मोर्चा इससे तय होगा कि किसके पास वैकल्पिक एजेंडा
बर्नार्डा, रुक्मावती और दूसरे शिकार
सवा सौ साल पहले 5 जून को जन्मे स्पैनिश नाटककार फेडरिको गार्सिया लोर्का के सबक आज निरंकुश स्वेच्छाचार और कट्टरता के बोलबाले के दौर में सबसे जरूरी
लोगों का प्यार ही मेरा हासिल
नब्बे के दशक में हिंदी फिल्मों में अपनी सुरीली आवाज से गीत सजाने वाली गायिका अनुराधा पौडवाल, उन चुनिंदा गायिकाओं में शामिल हैं, जिन्होंने फिल्मी संगीत और भक्ति संगीत, दोनों ही क्षेत्र में शोहरत की बुलंदियों को छूने का काम किया।